रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 जनवरी। ग्रामीणों व पंचायत के मनाही के बाद भी शराब की अवैध बिक्री से बाज न आने वाले कोचियों को सरपंच का संरक्षण मिलने संबंधी लगाये जा रहे आरोपों से आक्रोशित ग्राम पंचायत नारा के सरपंच हेमंत चंद्राकर ने बीती शाम अपने सहयोगियों के साथ कतिपय कोचियों के यहां असफल दबिश दी। दबिश पर कुछ न मिलने से अपने सहयोगियों को कोचियों के पास शराब खरीदने भेजा। खरीदी में एक कोचिये के पास 5 पौव्वा शराब मिलने व कोचिया द्वारा शराब बेचना कबूल किये जाने तथा भविष्य में फिर कभी शराब न बेचने की लिखित वादा सहित माफ़ी मांगे जाने पर ग्रामीणों की सलाह से ग्रामीण व्यवस्था के? तहत उसके खिलाफ कार्यवाही की गई।
मंदिरहसौद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम नारा में पिछले कुछ समय से अवैध शराब की बिक्री काफी बढ़ गयी है। ग्रामीण सूत्रों के अनुसार 7 - 8 कोचिये इसमें लिप्त हो ग्राम के वातावरण को अशांत करने में लगे हैं । ग्रामीणों की बैठका व पंचायत में इस पर प्रतिबंध लगाने मुनादी के बाद भी ये कोचिये अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे । नारा से लखौली भ_ी की दूरी महज 6-7 किलोमीटर होने व आवागमन का सडक़ सूनसान होने का फायदा उठा यहां के कोचिये समय - बेसमय भ_ी जा शराब ले आ बेचने में लगे रहते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार एक कोचिया तो पकड़वाने की कोशिश करने पर आत्महत्या कर झूठा फंसा देने की भी धमकी देता है।
इधर शासन-प्रशासन से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही न होने व संरक्षण देने संबंधी लग रहे आरोप में क्षुब्ध व आक्रोशित सरपंच ने बीती रात अपने कतिपय सहयोगियों के साथ कुछ एक कोचियों के घर दबिश दी पर शराब नहीं मिला। इस पर योजना बना शराब खरीदने भेजा तो एक कोचिया के पास 5 पौव्वा शराब मिल गया।
इसका पंचनामा बना सुबह ग्रामीणों के सामने जानकारी रखा। कोचिया द्वारा माफ़ी मांगे जाने व भविष्य में फिर कभी शराब न बेचने के लिखित आश्वासन दिए जाने पर ग्रामीण व्यवस्था के तहत इस पर कार्यवाही करते हुये अंतिम चेतावनी दे अन्य कोचियों को पकड़वाने में सहयोग का आश्वासन ले उसे माफ किया गया। इधर सरपंच हेमंत चंद्राकर ने इसकी पुष्टि करते हुए बतलाया कि ग्रामीण व्यवस्था के तहत ग्राम में अवैध शराब बिक्री प्रतिबंधित है पर कतिपय विध्नसंतोषी तत्वों द्वारा शराब बेचने जाने की शिकायत लगातार मिल रही है।
इन्हें लगातार समझाईश के साथ-साथ बीते माह किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा के साथ थाना जा थाना प्रभारी राजेंद्र दीवान को ज्ञापन सौंपने व एस पी को इसकी प्रति देने की जानकारी देते हुए उन्होंने बतलाया कि प्रभावी पुलिसिया कार्यवाही के अभाव में उसे स्वयं आगे आ कार्यवाही करने विवश होना पड़ा। आबकारी व थाना अमला द्वारा इस पर रोक न लगाने व लिप्त तत्त्वों के खिलाफ ठोस कार्यवाही न किये जाने पर ग्रामीणों के सहयोग से लगातार कार्यवाही जारी रखने की जानकारी देते हुये उन्होंने कहा कि कार्यवाही के दौरान किसी अप्रिय स्थिति के लिये शासन-प्रशासन जिम्मेदार रहेगा।