सूरजपुर
जनप्रतिनिधियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी
छत्तीसगढ़ संवाददाता
विश्रामपुर, 18 जनवरी। नगर के उप तहसील कार्यालय में सोमवार को करीब 21 लाख लागत से निर्मित लोक सुविधा केंद्र भवन का गुपचुप तरीके से लोकार्पण कर दिया गया। गुपचुप ढंग से लोकार्पण किये जाने से जनप्रतिनिधियों व पंचायत प्रतिनिधियों में नाराजगी व्याप्त है।
नगर से सटे ग्राम पंचायत सतपता में स्थित उप तहसील कार्यालय परिसर में ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा संभाग सूरजपुर द्वारा 21.26 लाख लागत से लोक सुविधा केंद्र भवन का निर्माण कराया गया है। जिसका सोमवार को उप तहसील कार्यालय प्रशासन द्वारा गुपचुप तरीके से लोकार्पण करा दिया गया। नवनिर्मित लोक सुविधा केंद्र भवन का गुपचुप तरीके से लोकार्पण करा दिए जाने से पंचायत प्रतिनिधियों समेत जनप्रतिनिधियों एवं सत्तासीन पार्टी के पदाधिकारियों में आक्रोश है। लोकार्पण की सूचना पंचायत प्रतिनिधियों समेत क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं सत्तारूढ़ पार्टी के पदाधिकारियों के अलावा सम्मानित नागरिकों तक को नहीं दी गई थी। लोकार्पण कार्यक्रम में सूरजपुर एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा, लटोरी तहसीलदार अमृता सिंह, नायब तहसीलदार अमित केरकेट्टा समेत राजस्व निरीक्षक एवं पटवारीगण मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि नगर में उप तहसील कार्यालय का शुभारंभ 26 जनवरी 2004 को राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम एवं अविभाजित सरगुजा जिले के तत्कालीन कलेक्टर मनोज पिंगुआ द्वारा किया गया था। लोकार्पण कार्यक्रम की सूचना नहीं मिलने से नाराज सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कहा कि वे इस आशय की शिकायत मुख्यमंत्री समेत पार्टी संगठन से करेंगे।
विनय यादव, उपसरपंच ने बताया कि ग्राम पंचायत सतपता की भूमि पर स्थित उप तहसील कार्यालय परिसर में नवनिर्मित लोक सुविधा केंद्र भवन के लोकार्पण की सूचना पंचायत प्रतिनिधियों को नहीं दी गई। जिससे पंचायत प्रतिनिधियों में नाराजगी है। पंचायत प्रतिनिधियों की अपेक्षा को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अमित केरकेट्टा, नायब तहसीलदार का कहना है कि सामान्य तौर पर नवनिर्मित लोक सुविधा केंद्र भवन का लोकार्पण किया गया है। इसी कारण किसी को सूचना नहीं दी गई थी। किसी को नाराजगी ना हो, इसका भविष्य में ध्यान रखा जाएगा।