महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 19 जनवरी। देश भर में कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किये जा रहे आन्दोलन को समर्थन देने सोमवार को नगर में भी किसानों एवम मजदूरो के अनेक संगठनों ने मिल कर नारेबाजी के साथ रैली निकाली।रैली के बाद खेल मैदान में किसान नेताओ ने एक सभा को भी सम्बोधित किया।
सोमवार18 जनवरी को राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के मौके पर केन्द्र सरकार के द्वारा लाए गए किसान मजदूर विरोधी कथित तीन काले कानून वापसी की मांग को लेकर किसानों-मजदूरों की एक बड़ी सभा व रैली का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में महिला पुरुष किसान मजदूरों ने भाग लिया।
सबसे पहले पिथौरा के खेल मैदान में उपस्थित होकर एक जनसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित सैकड़ो जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने इस काले कानून की वापसी के लिए हुंकार भरी तथा इस आंदोलन को देशव्यापी जन आन्दोलन बनाने की अपील की। उसके पश्चात रैली खेल मैदान से निकलकर थाना चौक होते हुए बस स्टैंड के रास्ते गुजर कर तहसील कार्यालय पहुंची जहां तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
किसान रैली में स्थानीय दलित आदिवासी मंच के राजिम केतवास एवम देवेंद्र बघेल के नेतृत्व में एड्वोकेट के.डी.एल.चौरे, वरिष्ठ प्रचारक बामसेफ भारत मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ राज्य, राजकुमार जांगड़े, प्रदेश अध्यक्ष भीम आर्मी छत्तीसगढ़,जुगनू चंद्राकर किसान नेता छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ, सुदेश टीकम किसान नेता छ.ग.किसान आंदोलन .रामेश्वर सोनवानी ब्लॉक अध्यक्ष अजा, अजजा,अ पि वर्ग,अल्पसंख्यक,संयुक्त मोर्चा पिथौरा, कुमुद नांदगवे छ.ग बालश्रमिक संगठन,.पिंकी साहू नेत्री महिला किसान अधिकार मंच,गीता दिवान सरपंच घोंच , *दामिनी* नेत्री महिला किसान अधिकार मंच, धनुर्जय कश्यप किसान जागरण संघ सिंघनपुर, विशेष रूप से अपने संगठन के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए।