दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 20 जनवरी। नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील एनजेसीएस की 5 घंटे चली बैठक प्रबंधन एवं यूनियन के एक राय नहीं होने के कारण बेनतीजा समाप्त हो गई। प्रबंधन के अडिय़ल रवैया के कारण यूनियन के द्वारा अब हड़ताल पर विचार किया जा रहा है, ताकि कर्मियों की उचित मांग पूरी की जा सके।
एनजेसीएस की बैठक आज सेल कर्मियों के वेज रिवीजन के लिए दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में 11.30 बजे से बैठक शुरू हुई। जिसमें सेल चेयरमैन सोमा मंडल ने संबोधित करते हुए कहा कि हम जल्द वेज रिवीजन करना चाहते हंै। उसके बाद यूनियन ने कहा कि आप 5 साल एवं 10 साल के वेतन समझौते पर एमजीबी का ऑफर बताइए।
प्रबंधन ने कहा कि अधिकांश पब्लिक सेक्टर में 10 वर्ष का वेज रिवीजन हुआ है, इसीलिए हम 10 वर्ष के वेज रिवीजन का ही ऑफर देंगे। हमने 5 वर्ष के वेज रिवीजन पर कोई विचार ही नहीं किया है। प्रबंधन ने कहा कि हम 10 वर्ष के वेज रिवीजन में 5 फीसदी एमजीबी दे सकते हैं। साथ ही 1 अप्रैल 2020 से एरियर का एकमुश्त भुगतान करेंगे।
यूनियन नेताओं ने प्रबंधन के ऑफर को अस्वीकार कर दिया। यूनियन का कथन है कि सभी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में 15 फीसदी एमजीबी दिया गया है। इसलिए सेल भी अपने कर्मचारियों को 15 फ़ीसदी एमजीबी प्रदान करें।
विगत 4 वर्षों से यूनियन वेतन समझौते को लेकर इंतजार कर रहा है, परंतु प्रबंधन का अडिय़ल रवैया अभी भी जारी है। सभी यूनियन ने एकमत होकर कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अब हम हड़ताल पर जाएंगे।
बैठक में इंटक से डॉ. जी संजीवा रेड्डी, जी एस के बघेल, वंश बहादुर सिंह, बीएन चौबे, हरजीत सिंह, विकास घटक, सीटू से तपन सेन, एचएमएस से राजेंद्र सिंह, एटक से आदी नारायण बीएमएस से बीके राय उपस्थित थे। वहीं प्रबंधन की ओर से निदेशक वित्त अमित सेन एवं अधिशासी निदेशक कार्मिक केके सिंह ने चर्चा की।