महासमुन्द
जिला चिकित्सालय में प्लान सर्जरी की शुरूआत जल्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। अनलॉक के चार महीने बाद अब जिला चिकित्सालय के ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढऩे लगी है। आजकल हर रोज यहां आने वालों का आकड़ा 100 के पार पहुंच रहा है।
सर्दी,खांसी, बुखार व सिर-बदन दर्द के मरीज जिला चिकित्सालय इलाज कराने पहुंच रहे हंै। यहां चिकित्सक भी ओपीडी में आने वाले मरीजों का इलाज कर रहे हैं। हालांकि कोविड के चलते मरीजों को थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है, लेकिन चिकित्सक निर्धारित समय पर आने वाले ओपीडी मरीजों का इलाज कर रहे हैं। सुबह से रजिस्ट्रेशन काउंटर में भीड़ उमड़ रही है। इसके अलावा जिलेवासियों के लिए एक अच्छी खबर है कि अब जिला चिकित्सालय में प्लान सर्जरी की शुरूआत जल्द होने वाली है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सर्जरी की अनुमति दे दी है। यहां कोरोना के गाइडलाइन के अनुसार सर्जरी होगी। इसकी पुष्टि डीपीएम रोहित वर्मा ने की है। वहीं अस्पताल अधीक्षक एनके मंडपे का कहना है कि मरीजों की संख्या कोविड के चलते बहुत कम हो गई थी। अब धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है।
हर दिन 100 से 120 ओपीडी के मरीजों का इलाज चिकित्सक कर रहे हैं। पहले ओपीडी में यह संख्या 150 से 180 तक पहुंचती थी। लोगों के मन में भय होने के कारण यहां आने से कतरा रहे हैं। वैक्सीन आने के बाद अब लोग इलाज के लिए चिकित्सालय आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम अभी बंद हंै। स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देश आने के बाद ही कार्यक्रमों की शुरूआत की जाएगी। बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण 23 मार्च से शहर में लॉकडाउन हो गया था। इसके बाद से जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या एकदम घट गई थी।
जून में अनलॉक होने के बाद भी लोग चिकित्सालय जाने से कतरा रहे थे। साथ ही यात्री बसों का परिचालन भी बंद था। कोरोना काल में आवागमन के साधन नहीं होने के कारण लोग अस्पताल पहुंच नहीं पा रहे थे। इसके अलावा संक्रमण का भी भय लोगों में बना हुआ था। जिसकी वजह से ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या एकदम कम हो गई थी। अब आवागमन का साधन शुरू हो गया है। शहर सहित आसपास के लोग भी सर्दी, बुखार, सिर-बदन दर्द, खांसी का इलाज कराने जिला चिकित्सालय पहुंच रहे हैं।
श्री मंडपे के अनुसार कोरोना की वजह से स्वास्थ्य विभाग में प्लान सर्जरी जैसे मोतियाबिंद, नसबंदी सहित अन्य बंद हो गए थे। मार्च से सर्जरी बंद है। जनवरी के पहले सप्ताह में सर्जरी करने की अनुमति स्वास्थ्य मंत्रालय ने दे दी है। अब कोविड.19 के गाइडलाइन के अनुसार कम संख्या में सर्जरी की शुरुआत चिकित्सालय में की जाएगी। वर्तमान में कोरोना वैक्सिनेशन का टीका लगाया जा रहा है।
कोविड के कारण जिले में स्कूल बंद है। इसकी वजह से चिरायु योजना बंद है। हालांकि आंगनबाड़ी केंद्र खुल गए हैं लेकिन संक्रमण के डर के कारण बच्चों की दर्ज संख्या कम है। स्वास्थ्य का परीक्षण स्कूल व आंगनबाड़ी में नहीं हो पा रहा है। इस योजना के तहत 0 से 18 साल के बच्चों का चार चरणों में स्क्रीनिंग की जाती है। योजना के तहत 35 तरह की बीमारियों का इलाज किया जाता है। फिलहाल कोविड के चलते योजना बंद है।