बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जनवरी। दलपत सागर में जलकुंभी की सफाई के लिए नगर निगम द्वारा करीब 75 लाख की लागत से खरीदी गयी एक्वैटिक वीड हार्वेस्टर मशीन की जांच अंतत: अब शुरू होगी। कलेक्टर ने इसकी जांच के निर्देश दिये है, जिसके लिए सात सदस्यीय जांच दल की टीम बनायी गयी है। जिसमें 3 बड़े अधिकारियों सहित भाजपा व कांग्रेस के 2-2 निर्वाचित पार्षद भी शामिल होंगे।
ज्ञात हो कि दलपत सागर की सफाई के लिए खरीदी गयी मशीन पर भाजपा पार्षद दल ने सवाल खड़े किये थे, जिसमें कलपुर्जों को जोडक़र कबाड़ के जुगाड़ से बनी मशीन खरीदने का आरोप लगाया गया था। भाजपा पार्षद दल निरंतर इस मामले को प्रमुखता से उठा रहा था। कलेक्टर के निर्देश पर गठित जांच दल में अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन करण भण्डारी, कार्यपालन अभियंता लोकनिर्माण विभाग राजेश तिवारी शामिल हैं। इसके अलावा महापौर व नेताप्रतिपक्ष की अनुशंसा पर कांग्रेस और भाजपा के 2-2 निर्वाचित पार्षदों को जांच दल में शामिल करने कहा गया है। नेताप्रतिपक्ष संजय पाण्डेय ने वरिष्ठ पार्षद योगेन्द्र पाण्डे व नरसिंह राव को जांच दल का सदस्य बनाया है।
इस विषय पर नेता प्रतिपक्ष श्री पाण्डेय ने कहा कि कलेक्टर द्वारा तीन जनवरी को वीड हार्वेस्टर मशीन की जांच के लिए निर्देश दिये गये थे। जिसमें संयुक्त जांच दल द्वारा सात दिनों के अंदर आवश्यक जांच के बाद प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया है। मगर दो सप्ताह से अधिक का समय निकल चुका है और जांच की दिशा में अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। श्री पाण्डेय ने कहा कि दलपत सागर की सफाई का विषय जनमानस से जुड़ा हुआ है और वर्तमान में दलपत सागर में चल रहा सफाई कार्य संतोषजनक है। लेकिन 75 लाख रूपये खर्च कर खरीदी गयी मशीन की भाजपा पार्षदों द्वारा बताये गये बिंदुओं के आधार पर निष्पक्ष जांच भी अत्यंत आवश्यक है।
इस पर शीघ्रता से कार्रवाई होनी चाहिए। जांच कमेटी का गठन होने के बाद भी इस दिशा में हो रहा विलंब समझ से परे है और जनता के मन में संदेह भी पैदा कर रहा है।