धमतरी
धमतरी , 23 जनवरी। पशुधन विकास विभाग द्वारा जिले के पोल्ट्री व्यवसायियों की कल दोपहर तीन बजे बैठक लेकर उपसंचालक डॉ. एम.एस बघेल ने बर्ड फ्लू के संक्रमण एवं नियंत्रण के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री फार्म में जैव-सुरक्षा मानकों, फार्म मे फूटबाथ, सेनिटाइजर आदि के उपयोग की सलाह दी। साथ ही डॉ. सीमा कृपलानी द्वारा बर्ड फ्लू के लक्षण, बचाव के संबंध में सभी पोल्ट्री व्यवसायियों को विस्तार से जानकारी दी गई। कलेक्टोरेट परिसर में स्थित कार्यालय, पशुधन विकास में आयोजित बैठक में सभी पोल्ट्री व्यवसायियों ने बताया कि जिले में कहीं भी अभी तक बर्ड फ्लू जैसे लक्षण पोल्ट्री में नहीं पाए गए हैं। स्वत: सभी जैव सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है। उप संचालक ने बर्ड फ्लू या उसके समवर्ती लक्षण मिलने पर तत्काल विभाग को सूचित कर अपेक्षित सहयोग करने की अपील की।
बर्ड फ्लू के चलते आमजनता में अण्डों व मुर्गी मांस के सेवन को लेकर भय का माहौल बनने की बात पर डॉ. बघेल ने जानकारी दी कि बर्ड फ्लू भारत में वर्ष 2006 से निरन्तर हो रहा है तथा अब तक देश में एक भी प्रकरण इंसानों में संक्रमण का नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया कि यह विषाणु मुख्यत: पक्षियों को संक्रमित करता है तथा मांस व अण्डे को 70 डिग्री सेन्टीग्रेड तापमान में तीन सेकण्ड तक पकाए जाने से यह विषाणु स्वत: नष्ट हो जाता है। अत: इस भ्रांति से डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने मुर्गी पालकों व मांस व्यापारियों को स्वयं के बचाव के लिए बार-बार साबुन से हाथ धोने एवं हाथों को सैनिटाइज करने की भी सलाह दी।