दुर्ग

86 लाख मीट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीदी, अभी एक हफ्ता शेष-भूपेश
25-Jan-2021 3:46 PM
86 लाख मीट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीदी, अभी एक हफ्ता शेष-भूपेश

कहा राज्य सरकार की नीतियों से किसान खेती की ओर वापस लौटा

मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज दुर्ग के वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए सीएम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
 दुर्ग/भिलाई नगर, 25 जनवरी।
मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज दुर्ग के 75वें वार्षिक अधिवेशन के अवसर पर धमधा ब्लाक के ग्राम चेटुवा में पहुंचे मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कहा कि इस सीजन में अब तक  86 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है, जो अब तक का रिकॉर्ड है और अभी एक हफ्ते शेष है। इससे पहले लगभग 70 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होती थी। हमारी नीतियों से किसान खेती की ओर वापस लौटा है चाहे धान खरीदी का समर्थन मूल्य हो या किसानों की कर्ज माफी हो या कृषि संबंधी सुधार हो, राज्य सरकार की योजनाओं का गहरा असर हुआ है और यह असर इस सीजन में हुई धान खरीदी में दिखता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बारदानों की कमी के बावजूद भी हमने धान खरीदी रुकने नहीं दी और रिकॉर्ड धान की खरीदी हुई। हमने बार-बार बारदाने भेजने का आग्रह केंद्र से किया, लेकिन हमें केवल डेढ़ लाख बारदाने देने का निर्णय लिया गया और इसमें भी 40 हजार बारदाने अभी तक नहीं आ पाए। 

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान योजना के माध्यम से हमने किसानों को संबल प्रदान किया। छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं से किसानों में आर्थिक समृद्धि आई है। किसानों में संतोष है। छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों की वजह से कृषि अर्थव्यवस्था बेहतर हुई है और इसका असर बाजार पर भी दिखा है। इस तरह से सभी वर्गों का विकास सरकार की नीतियों से हुआ है। 

श्री बघेल ने कहा कि हमने जिंदगी भर किसानी की है और किसानों की पीड़ा को समझते हैं और किसानों की पीड़ा को समझते हुए हमने निर्णय लिया कि कृषि हित में ठोस निर्णय लेने की जरूरत है तो यह बहुत आवश्यक है कि किसानों को उनकी उपज का पर्याप्त मूल्य मिल सके। हमने किसानों की कर्ज माफी का ऐतिहासिक निर्णय लिया जो अब तक का किसी राज्य का कर्जमाफी का सबसे बड़ा निर्णय रहा। हमने चाहे वह छोटा किसान हो या बड़ा किसान, सभी का कर्ज माफ  किया, जो एक ऐतिहासिक निर्णय था।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमने राजीव गांधी न्याय योजना के माध्यम से 4 किश्तों में किसानों को सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया। यह सहायता ऐसे मौकों पर दी गई जो किसानों के लिए सबसे आवश्यक मौके होते थे जिनमें से सबसे पहला मौका होता है, जब खेती किसानी की शुरुआत होती है तो किसानों के खाते में 21 मई को राशि भेज दी ताकि वह खेती किसानी की शुरुआत कर सकें। तीसरी किश्त लुवाई के समय दी गई। आखरी किश्त हम 31 मार्च के पहले देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य भले ही अस्तित्व में आ गया हो, लेकिन कहीं लगता था कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता को लेकर कुछ कमी शासन स्तर में महसूस होती है। हमने छत्तीसगढ़ी अस्मिता के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं चाहे हरेली तीजा का अवकाश हो। 

इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि बारदानों की कमी के बावजूद भी मुख्यमंत्री ने धान खरीदी की योजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया यह बहुत बड़ा कार्य रहा। धान खरीदी उन्होंने संकट के बावजूद रुकने नहीं दी। आज जो किसानों के चेहरे पर संतोष है उसके पीछे राज्य सरकार की योजनाओं का गहरा असर दिखता है। 

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मुरमुंडा स्थित गौठान का निरीक्षण भी किया यहां की व्यवस्था से प्रभावित हुए और उन्होंने कहा कि गौठान को आत्मनिर्भर बनाएं। गौठान के विकास में ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार निर्भर है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ग्राम चेटुवा में मंगल भवन के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की।
 

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