सरगुजा
कुपोषण में आई 6.5 फीसदी की कमी
अम्बिकापुर, 27 जनवरी। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को कुपोषण बाहर निकालने में बड़ी भूमिका निभा रही है। इस अभियान से दिसम्बर में जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के 757 बच्चे कुपोषण से श्रेणी से बाहर आये हैं तथा कुपोषित बच्चों में 6.5 प्रतिशत की कमी आई है। यह कुपोषण के खिलाफ शुरू की गई जंग में एक बड़ी उपलब्धि है। अभियान को सफल बनाने के लिए इसमें जनसमुदाय का भी सहयोग सरहानीय रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुपोषण मुक्ति की पहल पर छत्तीसगढ़ में 2 अक्टूबर 2019 को शुरू हुए प्रदेशव्यापी मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। अभियान के साथ विभिन्न योजनाओं के एकीकृत योजना और समन्वित प्रयासों से कुपोषण दूर करने में बड़ी सफलता मिली है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में संचालित 2 हजार 663 आंगनबाड़ी केन्द्रों में शून्य से 5 वर्ष तक के कुल 97 हजार 800 बच्चे दर्ज हैं। इसमें से 10 हजार 921 बच्चे नवम्बर माह तक कुपोषित थे। इन बच्चों को सुपोषण अभियान के तहत अण्डा और सोयाबड़ी खिलाकर तथा उनके पालकों को विशेष परामर्श दिया गया जिससे दिसम्बर माह में 757 बच्चे कुपोषण से बाहर आए।
इसके साथ ही आंगनबाड़ी सहायिका तथा कार्यकर्ताओं के द्वारा हितग्राहियों को घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट पोषक आहार का वितरण सुनिश्चित कराया गया है। पूरक पोषण आहार कार्यक्रम के तहत छ: माह से छ: वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती, शिशुवती महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को रेडी-टू-ईट का वितरण किया जा रहा है।