गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 29 जनवरी। मैनपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत कोचेंगा की आश्रित वन ग्राम गाजीमुडा एवं मेंहानाला को राजस्व ग्राम में परिवर्तन किया जाए जिससे शासन की योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिल सके, इसके अलावा ग्राम पंचायत कुचेंगा क्षेत्र के कई किसानों का पंजीयन हल्का पटवारी की लापरवाही के कारण फसल बेचने से वंचित जिसका तत्काल किये जाने की मांगों को लेकर गुरूवार से पदयात्रा कर आज जिला मुख्यालय पहुँच अपर कलेक्टर को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपा।
ग्राम पंचायत कोचेंगा के सैकड़ो आदिवासी किसान पूर्व जनपद सदस्य सुखचंद ध्रुव के नेतृत्व में 6 सूत्रीय मांगों को लेकर 45 किलोमीटर पद यात्रा करके शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुँच कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।
सौपे गए ज्ञापन में मुख्य रूप से हल्का पटवारी द्वारा किसानों का पंजीयन नही किये जाने से वन ग्राम के सैकड़ो किसान अपनी फसल बेचने से वंचित रह गए जिसकी शिकायत अनुविभागीय अधिकारी को किया गया, निराकरण होने की आस में बैठे रहे किसान किंतु समाधान नही होते देख उक्त ग्राम के किसानों द्वारा तत्काल समाधान के लिये कलेक्ट्रोरेट पहुँच कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया।
इसके अलावा ग्राम पंचायत कुचेंगा के आश्रित ग्राम कुचेंगा, भदरीपारा, भाठा पानी, मैंहानाला, गाजीमुड़ा में विधुतीकरण, वन ग्रामो को राजस्व ग्राम में परिवर्तन करने, पूर्व काबिज वन भूमि का पट्टा आपत्र आवेदन को जांच कर पट्टा दिया जाए एवं मध्य प्रदेश शासन काल मे कई आदिवासी किसानों को पट्टा दिया गया था उसे सुधार करने की मुख्य मांग रहा।
अपर कलेक्टर जे आर चौरसिया इस सम्बंध में कहा कि किसानों द्वारा पटवारी की शिकायत किया है जिसकी अलग से जाँच किया जाएगा वही वन ग्राम चुकी पूर्व में था जिसकी वजह से मूलभूत सुविधा जैसे समुचित विकास नही हो सका हैं किंतु अब राजस्व ग्राम में आ गया हैं जिसे कलेक्टर अध्यक्षता में मनरेगा के माध्यम से विकास कर्यो को प्रथमिकता , किसानों का पंजीयन नही हुआ उस पर ऑनलाइन पंजीयन जारी हैं कम्प्यूटर में हो गया हो तो खरीदी होने की संभावना व्यक्त किया।