बीजापुर
अण्डे में दो रूपए की बढ़ोतरी, ये भी खत्म होने के कगार पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 फरवरी। बर्ड फ्लू को रोकने मुर्गियों और पोल्ट्री उत्पादों के परिवहन पर प्रतिबंध के चलते जिला मुख्यालय में मार्केट से ब्रायलर मुर्गियां गायब हो गई हैं और इसी वजह से देसी मुर्गी के भाव में सौ रूपए किलो की बढ़ोतरी हो गई है।
जिले में बाहर से पोल्ट्री उत्पादों को लाने पर बैन लगा दिया गया है। इसके चलते यहां ब्रायलर मुर्गियां नहीं पहुंच पा रही हैं। पहले से लाए ब्रायलर बिक गए हैं। इससे चिकन मार्केट में सूनापन पसर गया है। एक व्यापारी ने बताया कि यहां धमतरी से ब्रायलर मंगाए जाते थे। ब्रायलर पहले जो लाए गए थे, वे बिक गए हैं। तेलंगाना से भी उसी दशा में पहले ब्रायलर लाए जाते थे, जब वहां रेट गिर जाता था, लेकिन यहां के लिए मेन मार्केट धमतरी ही है।
उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले तक देसी मुर्गी का दाम पांच सौ रूपए किलो था। अब इसे बढ़ाकर साढ़े पांच सौ और छह सौ रूपए कर दिया गया है। यहां दुकानदार आसपास के हाट बाजारों से मुर्गियां खरीदकर लाते हैं। गांव के हाट बाजारों में भी रेट बढ़ जाने से उन्हें ज्यादा दाम में मुर्गियां बेचनी पड़ रही हैं। वैसे देसी मुर्गियों की डिमाण्ड कम नहीं हुई है। लेकिन कुछ लोग डर की वजह से इसे नहीं खा रहे हैं। इधर, आवक नहीं होने से अण्डों के दाम सात रूपए तक पहुंच गए लेकिन अब मार्केट से भी अण्डे गायब होते जा रहे हैं। यहां धमतरी एवं जगदलपुर से अण्डे मंगाए जाते हैं।
जब्त हो जाएगी नाव
उप संचालक पशुधन विकास डॉ एपी दोहरे ने शनिवार को आवापल्ली, तारलागुड़ा, तिमेड़ एवं मट्टीमरका का दौरा किया। उन्होंने आवापल्ली में दुकानदारों को कहीं से भी चोरी छिपे मुर्गियां लाए जाने की सूचना मिलने पर दुकान सील कर देने की चेतावनी दी। तारलागुड़ा एवं तिमेड़ में एक-एक टीम तैनात है। डॉ दोहरे ने मट्टीमरका में नाविकों से महाराष्ट्र की ओर से मुर्गियों को नहीं लाने की चेतावनी देते कहा कि ऐसा होने पर नाव जब्त कर ली जाएगी।