गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 2 फरवरी। गरियाबंद जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान की रिकार्ड खरीदी की गई है। अनुमानित लक्ष्य के विरूद्ध अधिक धान की खरीदी की गई है। वहीं पिछले साल की तुलना में 4 हजार 909 किसानों ने अधिक धान बेचे हैं।बीते साल की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक किसानों से धान उपार्जन किया जा चुका है।
कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर के मार्गदर्शन में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की समुचित इंतजाम किये गए थे। प्रत्येक केन्द्रों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति साथ ही अवैध धान परिवहन और विक्रय पर कड़ी नजर रखी गई थी। जिला खाद्य अधिकारी एच.के डडसेना से मिली जानकारी अनुसार जिले में इस खरीफ सीजन में पंजीकृत 76 हजार 40 कृषकों में से 71 हजार 620 किसानों से 32 लाख 34 हजार 673 क्विंटल धान का रिकार्ड उपार्जन किया जा चुका है। जबकि गतवर्ष समर्थन मूल्य पर 66 हजार 711 किसान से 30 लाख 6 हजार 216 क्विंटल धान का उपार्जन किया गया था। इस प्रकार गतवर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक कृषकों से धान का उपार्जन किया जा चुका है। वहीं गतवर्ष की तुलना में 2 लाख 28 हजार 457 क्विंटल अधिक धान की खरीदी की गई है।
उन्होंने बताया कि जिले में विक्रय किये गये धान का कुल मूल्य 606 करोड़ 17 लाख रूपये है तथा किसानों को 482 करोड़ 18 लाख रूपये का शुद्ध भुगतान किया जा चुका है। जबकि गतवर्ष 440 करोड़ 47 लाख रूपये का शुद्ध भुगतान किया गया था। इस तरह इस वर्ष 41 करोड़ 71 लाख रूपये का अधिक भुगतान किया गया है।
ज्ञात है कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु जिले में कुल 97 हजार 320.91 हेक्टेयर धान के रकबे का पंजीयन किया गया था, जो कि गतवर्ष पंजीकृत रकबे 96 हजार 598.67 हेक्टेयर की तुलना में लगभग 722.231 हेक्टेयर अधिक है। इस वर्ष गिरदावरी के माध्यम से जिले में लगभग 4604 नवीन किसानों के 722.231 हेक्टेयर नवीन रकबे का भी पंजीयन किया गया था।