गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 2 फरवरी। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना अंतर्गत जिले में चल रहे आजीविका संवर्धन से कई परिवारों की जिंदगी बदल गई है। जीवन-यापन के साधनों को सशक्त कर लोगों की आर्थिक उन्नति के द्वार खोले हैं। महात्मा गांधी नरेगा से निर्मित संसाधनों ने हितग्राहियों की आजीविका को सुदृढ़ किया है। नए संसाधनों ने उन्हें इस काबिल भी बना दिया है कि अब विपरीत परिस्थितियों में वे दूसरों की मदद कर रहे हैं। ऐसे ही जिले के अंतिम छोर में बसे देवभोग ब्लॉक के ग्राम झिरिपानी के सीमांत कृषक कमल ने कुंआ से अपनी जिंदगी की दिशा ही बदल दी है। अब वे सालाना 60 से 70 हजार रूपये आय प्राप्त कर रहे हैं।
मनरेगा योजना अंतर्गत कुंआ निर्माण की स्वीकति उपरांत कुआं खुदवाने का प्रस्ताव पंचायत में रखा। 1 लाख 65 हजार रूपये प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त होने के पश्चात कार्य प्रारंभ किया गया। 30 फीट गहराई एवं 12 फीट चैड़ाई कुंआ खुदाई से 380 मानव दिवस का रोजगार का सृजन हुआ। इस प्रकार कुआ तैयार हुआ। कुआं बनने से पूर्व भूमि अनुपयोगी होने के कारण कोई भी फसल एवं सब्जी बाड़ी का कार्य संभव नहीं था परंतु आज उक्त जमीन पर कुऑ बनने के बाद किसान द्वारा सब्जी बाडी का कार्य कुंआ के माध्यम से सिंचाई कर किया जा रहा है। जिससे किसान की आर्थिक स्थिति सुदृढ हुआ।
किसान के द्वारा सब्जी-भाजी लगाना शुरू किया गया। जिससे स्वयं के उपयोग के साथ कुल आमदनी 30-40 हजार प्रति वर्ष लाभ ले रहा है एवं खरीफ फसल में 20-30 हजार तक का लाभ मिल रहा है इस तरह से किसान का कुंआ बनने से साल भर में लगभग 50-70 हजार तक का आमदनी मिल रहा है।
किसान की पैदावार को देखते हुए कृषि विभाग एवं क्रेडा के माध्यम से अनुदान के माध्यम से कुंआ में सोलर पैनल लगवाया गया । जिससे किसान को सब्जी बाड़ी में सिंचाई करने में सुविधा हुई। किसान द्वारा कुंआ के चारों ओर फलदार वृक्ष लगाया गया है ताकि फलों को बेचकर आमदानी कमा सकें। अभी वर्तमान में किसान द्वारा अपनी बाड़ी में टमाटर, तरोई, लौकी,मखना , बरबटटी ,प्याज भाजी, सेमी, लहसुन, धनिया,भाटा लगाया गया है।
कुआं के आसपास फलदार वृक्ष जैसे केला,पपीता,कटहल,मुनगा और अमरूद पौधा भी लगाया गया है। किसान की पैदावार और प्रयास को देखते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रकांत वर्मा द्वारा भी निरीक्षण कर प्रशंसा किया गया। अब जिला सीईओ श्री वर्मा के निर्देश पर जनपद पंचायत एवं कृषि विभाग द्वारा नियमित तौर पर कृषक को प्रोत्साहित करते हुए एवं नई योजनाओं के बारे में जानकारी दिया जा रहा है।
किसान की सफलता को देखते हुए ग्राम पंचायत झिरिपानी में अन्य किसानों ने प्रभावित होकर कुऑ निर्माण करने का निर्णय लिया एवं ग्राम पंचायत में लगभग 30-35 किसानों द्वारा कुंआ निर्माण किया गया है। इस प्रकार ग्राम पंचायत के किसानों को प्रत्येक कुआ से 30-40 प्रति हजार लाभ मिल रहा है।