गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 8 फरवरी। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट का निजीकरण मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा है, जिसके विरोध में भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) छग प्रदेशाध्यक्ष दीपक दुबे ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरजीत सिंह पुरी को ज्ञापन दिया है।
श्री दुबे ने बताया कि छत्तीसगढिय़ों के लिए दुर्भाग्य की बात है देश के सर्वश्रेष्ठ एयरपोर्ट जो छत्तीसगढ़ की आन बान शान है, को निजीकरण कर उद्योग घरानों के हाथों में सौंपा जा रहा है, जिसका हम घोर विरोध करते है। अगर निजीकरण को खत्म नहीं करते हैं तो हम केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ आगमन पर विरोध करने में बाध्य होंगे। वहीं स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट को राष्ट्रीय दर्जा की मान्यता दी जाने की मांग करते हुए बताया कि आज रायपुर एयरपोर्ट पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ है हर साल यात्रियों की संख्या बढ़ी है। यात्रियों के सुविधाओं एवं अन्य नाम पर कई एवॉर्ड भी प्राप्त कर चुके हैं किंतु दुर्भाग्य है कि आज तक यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ान की अनुमति नहीं दिया गया है। जिस पर राष्ट्रीय उड़ान भरने की अनुमति दिया जाए।
ज्ञापन में एयरपोर्ट में होने वाले एलाउंसमेंट छत्तीसगढ़ी भाषा में करने निर्देश करने व प्लेन के अंदर भी छत्तीसगढ़ी भाषा में अनुवाद की जाने एयरपोर्ट एवं प्लेन में कार्यरत सभी कर्मचारियों को भी छत्तीसगढ़ी में वार्तालाप करने निर्देशित करने की मांग की है। इस दौरान इंटक प्रदेश उपाध्यक्ष टिकेंद्र सिंह ठाकुर, युवा इंटक कार्यकारी अध्यक्ष सूरज, असंगठित इंटक कार्यकारी अध्यक्ष उमेश रगड़ें, असंगठित इंटक प्रदेश महामंत्री पुरषोत्तम बंजारी, युवा नेता विजय गोलू गवली, असंगठित इंटक प्रदेश सचिव महेश यादव, युवा इंटक जिलाध्यक्ष भावेश दीवान, महिला इंटक अध्यक्ष आयेसा खान, इंटक जिलाध्यक्ष मनीष राव, इंटक नेता कृष्ण कुमार यादव, देवानन्द वर्मा, पंकज तिवारी, हरीश गोसाई, मुकेश कुमार सहित पदाधिकारी उपस्थित थे।