राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 फरवरी। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव में आईक्यूएसी के तत्वावधान में गत् 4 फरवरी को शैक्षणिक स्टॉफ का एक दिवसीय आईसीटी प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण दो सत्रों में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में आईसीटी का सैद्धांतिक पक्ष तथा दूसरे सत्र में प्रायोगिक कार्य संपन्न कराया गया। प्रशिक्षण सत्र की शुरूआत में आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. निर्मला उमरे द्वारा इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बताया गया तथा प्रशिक्षण में उपस्थित विशेषज्ञ लक्ष्य साहू एवं देवेन्द्र कुमार डेकाटे का परिचय कराया गया। यह प्रशिक्षण नेक को ध्यान में रखते आयोजित किया गया था। जिसमें महाविद्यालय में सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग समस्त शैक्षणिक स्टाफ को ज्यादा से ज्यादा करने के उद्देश्य से प्रशिक्षण का आयोजन कराया गया।
संस्था प्राचार्य डॉ. आईआर सोनवानी ने प्रशिक्षण में उपस्थित विशेषज्ञ को बुकें भेंटकर स्वागत किया। तत्पश्चात अपने सारगर्भित उद्बोधन में उन्होंने बताया कि आज के आधुनिक युग में महाविद्यालय के समस्त स्टाफ को आधुनिक टेक्नालॉजी का उपयोग करना आना चाहिए तथा अपने आपको समय-समय पर अपडेट करते रहना चाहिए। टेक्नालॉजी का उपयोग को शोध के क्षेत्र में भी बहुत महत्वपूर्ण बताया गया। वर्तमान कोरोना काल में टेक्नालॉजी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के लिए प्रेरित किए। नेक प्रभारी डॉ. एएन माखीजा ने अपने उद्बोधन में आईसीटी की उपयोगिता को बताया तथा उनके द्वारा यह बताया गया कि नई शिक्षा नीति में इस बात पर अधिक जोर दिया गया है। महाविद्यालय के स्टाफ को टेक्नालॉजी के माध्यम से अध्यापन कार्य में अपडेट होने की सलाह दी।
उन्होंने बताया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती, हमेशा सीखते रहना चाहिए। प्रशिक्षण का तकनीकी सत्र की शुरूआत करते विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित लक्ष्य साहू एवं देवेन्द्र कुमार डेकाटे ने स्मार्ट क्लास रूम में व्याख्यान प्रारंभ कर स्मार्ट क्लास का संपादन करने का तरीका बताया। प्रोजेक्टर में अध्यापन कार्य कैसे किया जाएगा तथा वामा एप के फंक्शन के बारे में विस्तार से बताया। प्रशिक्षण के द्वितीय सत्र में स्टाफ को प्रायोगिक कार्य के तहत प्रोजेक्टर के माध्यम से डेमो कराया गया।