गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 11 फरवरी। जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग में स्थित विन्द्रानवागढ़ क्षेत्र 30 गाँव के ग्रामीणों द्वारा पैरी नदी-कसाबाय में लंबित पुल निर्माण को मुख्य मार्ग नेशनल हाइवे में धरना देकर तीन घंटे तक चक्काजाम किया। एसडीएम के आश्वासन पर धरना बंद किया।
बुधवार को जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम के आगवाई में 50 गाँव के ग्रामीणों ने सैकड़ों किसानों ने दोपहर से नेशनल हाइवे 130 सी पर बिन्द्रानवागढ़ के पास अपने लम्बित मांग पीपरछेड़ी-बिन्द्रानवागढ़ मार्ग पर कसाबाय घाट पैरी नदी पर पुल निर्माण की लम्बे समय से किया जा रहा था, जिस पर विगत चार वर्ष पूर्व सेतु पुल निर्माण कार्य स्वीकृत हो चुका था।
ग्रामीणों द्वारा दिए ज्ञापन में कहा गया है कि उक्त पुल निर्माण के लिए आबंटन हो चुका था किंतु विभागीय एजेंसी घोर उदासीनता के चलते पुल निर्माण प्रारंभ नहीं किया गया। जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों को जान-जोखिम में डालकर नदी पार करते आ रहे हैं जिससे प्रशासन के प्रति आक्रोशित 50 गाँव के ग्रामीणों ने कल दोपहर बाद 3 बजे तक नेशनल हाइवे जमकर नारेबाजी किए।
ग्रामीण अपनी मांग से जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर पहले ही अवगत करा चुके है। मांग पूरी नहीं होने पर आज ग्रामीणों ने बिन्द्रानवागढ़ में नेशनल हाइवे पर जाम कर दिया।
ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठी जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम ने बताया कि यह उनकी बहुत पुरानी मांग है। ग्रामीण लंबे समय से पुल की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। उसके बावजूद ही ग्रामीणों की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
जिला पंचायत सभापति ने बताया कि पुल नहीं बनने से दर्जनों गांवों के लोग प्रभावित होते है। पुल नहीं बनने से बारिश के दिनों में आवाजाही बंद हो जाती है।
आम दिनों में भी ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को मनाने का प्रयास किया गया, मौके पर एसडीएम पहुँचकर ग्रामीणों को समझाई व आश्वासन दिया।
उक्त धरना-प्रदर्शन में प्रमुख रूप से मूलसिंह सोरी, कृष्ण कुमार , किशोर ध्रुव, यशवन्त सोरी, नरेश, अर्जुन सिंह, संतोष कुमार, गणपत पटेल, मानसिंग, छबिराम, सोनजीत सिंह, दयाराम अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।