रायगढ़
झारखंड की शराब को छत्तीसगढ़ की बोतलों में डाल कर बेचने का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 15 फरवरी। दो दिन पूर्व आबकारी अमला ने एक ऐसे घर में दबिश दी थी। जहां झारखंड की शराब को मिलाकर छत्तीसगढ़ की बोतलों में डाल कर उसकी बिक्री की जाती थी। यहां से काफी मात्रा में झारखंड की अवैध रूप से शराब मिली। जिसे जब्त किया गया और पूछताछ में यहां विनय ठाकुर का नाम सामने आया। ऐसे में अब आबकारी अमला लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी है। सोमवार को आबकारी व पुलिस की संयुक्त टीम ने विनय ठाकुर के एक अन्य ठिकाने पर भी दबिश दी। जहां सबूत मिठाने का प्रमाण मिला और यहां से दो पाव ओडिशा की शराब मिली। साथ ही अन्य सामान मिले, जिससे रिबॉटलिंग किया जाता था। जिसे जब्त करते हुए उक्त मकान को भी सील कर दिया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक दो दिन पूर्व कोतरा रोड क्षेत्र में अवैध शराब बनाने वाले ठिकाने पर आबकारी अमला ने दबिश देते हुए यहां से बॉटल पैक करने की मशीन सहित दो लाख का अवैध शराब जब्त किया था। वहीं जांच के दौरान विनय ठाकुर का नाम सामने आने के बाद सोमवार को उसके एक और मकान पर जो उसके कब्जे में होना बताया जा रहा है, वहां भी आबकारी व पुलिस की संयुक्त टीम ने दबिश दी। कोतरा रोड क्षेत्र में यह मकान है और यहां जब आबकारी व पुलिस की संयुक्त टीम पहुंची, तो यहां जांच के दौरान कुछ शराब की बोतल, ढक्कन, दो पाव ओडिशा प्रदेश की शराब, दो पाव गोवा शराब सहित अन्य सामान मिले, जिससे रिबॉटलिंग किया जाता था।
बताया जा रहा है कि यहां कुछ कार्टून के टुकड़े भी मिले, जो किसी अज्ञात के द्वारा प्रमाण मिटाने के लिए जलाए गए थे। फिलहाल सभी को जब्त करते हुए उक्त मकान को भी सील कर दिया गया है। आबकारी अमला ने यह भी बताया कि यहां डॉ. उषारानी के यहां कार्य करने वाली कुछ नर्सेस भी रहती थी और इसे हॉस्टल की तरह इस्तेमाल किया जाता था।
मंजूश्री कसेर, सहायक आयुक्त, आबकारी विभाग का कहना है कि अभी मामला विवेचना में है। आज भी दबिश दी गई और कुछ सबूत मिले हैं। इसके आधार पर हमारी टीम आगे बढ़ रही है। जल्द से जल्द आरोपी की निशानदेही करके आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।