बलौदा बाजार
न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 17 फरवरी। पलारी पुलिस ने सूने जगह से छड़ चोरी करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त डी.आई. वाहन एवं चोरी गये मशरूका 57000 रू. का छड़ बरामद किया है ।
पुलिस ने बताया कि 11 फरवरी को प्रार्थी मनीष वर्मा खरतोरा द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया कि 10-11 फरवरी के दरम्यिानी रात पेट्रोल पंप के बगल में बाड़ी में रखे 11 बंडल छड़ कीमत 57000 रूपये का मकान बनाने के लिए रखा था जिसे कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस ने प्रथम दृष्टया 11 क्विंटल छड़ को ले जाने के लिए 3-4 आदमी और कोई वाहन का उपयोग हुआ होगा की आशंका पर आसपास के लोगों से पूछताछ किए और एवं घटनास्थल को बारीकी से अवलोकन करने पर छड़ जमीन में घिसटते हुए गया था जिससे आरोपीगण खरोरा तरफ माल को चोरी करके भागने का सबूत मिला। तब रास्ते में पडऩे वाले लगभग 70-80 दुकानों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया।
बीच में गाड़ी गुजरते दिखाई दिया जिसे आगे जाकर जी.डी. फयूल्स ग्राम माठ में लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी ड्रायवर गाड़ी में डीजल डालने उतरा जिसका स्पष्ट वीडियो और फोटो प्राप्त हुआ। जिसके आधार पर आरोपियों के फोटो दिखाकर पूछताछ किए कि धरसींवा के सौरभ वर्मा के रूप में आरोपी ड्रायवर का पहचान हुआ, जिसको पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर मामला खुलकर सामने आया कि 09 फरवरी को आरोपी मास्टर माईंड प्रवीण गायकवाड़ निवासी बीरगांव अपने साथी राजकुमार सेन निवासी बिलाड़ी (तिल्दा) के साथ खरतोरा आकर छड़ को देखकर गए थे और दिनांक 10 फरवरी के आरोपी सौरभ वर्मा निवासी धरसींवा और भास्कर वर्मा निवासी धरसींवा के साथ मिलकर चोरी करने की योजना बनाई और योजनाबद्ध तरीके से डी.आई. 407 वाहन क्रमांक सीजी 04 जे.डी. 4290 में आकर खरतोरा प्रार्थी मनीष वर्मा के बाड़ी में रखे 11 क्विटंल छड़ को चोरी कर ले गये थे।
विवेचना के दौरान आरोपीगणों और घटना में प्रयुक्त वाहन तथा चोरी गए टोटल 11 क्विटंल छड़ कीमत 57000रू. को बरामद किया गया है। सभी आरोपियों प्रवीण गायकवाड़, राजकुमार सेन, सौरभ वर्मा, भास्कर वर्मा सभी निवासी रायपुर को गिरफ्तार किया गया जिसे न्यायिक रिमांड हेतु न्यायालय पेश किया। उक्त मामला को सुलझाने में थाना प्रभारी पलारी निरीक्षक सी.आर. चन्द्रा, सउनि देवनाथ वर्मा, आरक्षक पप्पू पनागर, कृष्ण कुमार जांगड़े, गांधीराम वर्मा, देवेन्द्र पुरैना का विशेष योगदान रहा।