गरियाबंद
राजिम, 19 फरवरी। ग्राम अरण्ड में श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के सातवें दिवस पं. दिनेश्वर महाराज ने कहा कि वरदान का उपयोग परहित के लिए होना चाहिए। यदि ईश्वर से मिले वरदान का हम दुरुपयोग करेंगे तो वह हमारे लिए अभिशाप बन जाता है। बाणासुर का वरदान अनसोचे चिंतन के लिए उनके लिए ही अभिशाप बन गया।
सातवें दिवस भागवत सभा में श्रीकृष्ण रूखमणी का भव्य विवाह हुआ, जिसमें सभी श्रोताओं ने श्रीकृष्ण के विवाह का आनन्द लिया। संध्याकालीन कार्यक्रम के तहत अंचल के ख्यातिप्राप्त मानस मण्डली श्री तुलसी के राम मानस परिवार राजिम की भव्य एवं गरिमामय प्रस्तुति ने लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। ग्राम अरण्ड निवासी सामाजिक कार्यकर्ता एवं सेवानिवृत्त प्रधानपाठक बैसाखू राम साहू के निज निवास पर आयोजित इस महायज्ञ में ज्ञान, भक्ति एवम वैराग्य की अविरल धारा बही, जिसमें अरण्ड सहित आसपास के गांवों से सैकड़ों भक्त आए।