धमतरी
जंगली हाथी द्वारा मारने की जांच में पुष्टि होने पर नियमानुसार दी जाएगी मुआवजा राशि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 18 फरवरी। धमतरी वनमंडल परिक्षेत्र के विश्रामपुरी में 18 फरवरी की सुबह एक ग्रामीण की क्षत-विक्षित और कई टुकड़ों में लाश मिलने का मामला सामने आया है। वनमंडलाधिकारी सतोविषा समाजदार ने अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचकर मामले का मुआयना किया।
उन्होंने बताया कि जिस तरह यह लाश कई टुकड़ों में मिली है और कयास लगाए जा रहे हैं कि इसे किसी जंगली हाथी ने मारा है।प्रारंभिक तौर पर मौके पर देखने से स्पष्ट होता है कि यह व्यक्ति किसी हाथी के द्वारा नहीं मारा गया है, क्योंकि व्यक्ति की लाश कई टुकड़ों में इधर-उधर फैली हुई है। उन्होंने कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य को सौंपे गए अपने रिपोर्ट में बताया कि लाश के आस-पास खोजबीन किए जाने पर किसी प्रकार से जंगली हाथी का मलमूत्र नहीं मिला है और ना ही हाथी द्वारा मारे जाने का कोई साक्ष्य मिला है। इसके अलावा जिस जगह पर व्यक्ति की लाश मिली थी, उसी स्थान पर मोटर सायकल सुरक्षित मिली है। उनका कहना है कि जिले में विचरण कर रहे चंदा हाथी के दल में कोई भी दंतैल हाथी नहीं है, जो व्यक्ति को कई टुकड़ों में काटकर फैला सके।
गौरतलब है कि धमतरी वनमंडल के परिक्षेत्र में चंदा हाथी का दल पिछले कई दिनों से आया हुआ है। इसकी सूचना वनक्षेत्र में लगे सभी गांवों में लगातार मुनादी करके दी जा रही है। साथ ही वन विभाग का निगरानी मैदानी अमला नियमित रूप से हर रोज सुबह-शाम ग्रामीणों को सुरक्षात्मक एवं एहतियात बरतने के उपाय बता रहा है। इसके मद्देनजर कलेक्टर श्री मौर्य ने विशेषज्ञ चिकित्सकों के दल को अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं तथा क्षत-विक्षित लाश को फॉरेंसिक लैब में भेजकर जांच कराने के बाद ही किसी तरह के निर्णय पर पहुंचने की बात कही है। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि जांच रिपोर्ट में जंगली हाथी द्वारा व्यक्ति के मृत होने की पुष्टि होती है, तो नियमानुसार जल्द से जल्द मुआवजा भी जरूर दिया जाएगा।