दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 फरवरी। दोनों परिवार की सहमति से प्रेम विवाह करने वाले दंपति के बीच पैसे को लेकर मारपीट व प्रताडऩा का दौर इतना बढ़ गया कि पत्नी पिछले 11 माह से मायके में ही रह रही है। पूर्व में महिला थाना में शिकायत करने के बाद हुई काउंसलिंग में किसी तरह का समझौता न हो पाने से परेशान पीडि़ता ने फिर से महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई है। पीडि़ता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने धारा 498 ए के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच में लिया है।
एकता नगर भिलाई निवासी पीडि़ता का प्रेम विवाह धमतरी निवासी राकेश के साथ 25 जनवरी 2007 को हुआ था। शादी के समय मायके पक्ष की ओर से डेढ़ लाख रुपए नगद, मोटरसाइकिल, सोने के जेवरात सहित घरेलू सामान दिए गए थे। शादी के 1 सप्ताह बाद पीडि़ता धमतरी से कोरबा अपने पति के साथ रहने चले गई थी। वहां पर पीडि़ता का पति एक ऑटोमोबाइल्स शोरूम में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। कुछ दिन बाद से ही पति-पत्नी के बीच लड़ाई झगड़ा होने लगा और पति अपनी पत्नी को पैसा मायके से लाने के लिए शारीरिक व मानसिक प्रताडि़त करना प्रारंभ किया था। किसी तरह पीडि़ता अत्याचार सहन करती रही कि एक न एक दिन उसका पति सुधर जाएगा। पीडि़ता का 13 वर्ष का पुत्र भी है। मायके से पैसा लाने के लिए राकेश पीडि़ता पर लगातार दबाव देता था। वर्ष 2010 से लेकर 2016 तक के बीच पीडि़ता ने 5,40,000 रुपए अपने पिता से मांग कर पति को दिए थे। इसके बाद भी वह अत्याचार करता रहता था। परेशान पीडि़ता 16 मार्च 2020 से अपने मायके में ही रह रही थी।