कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 21 फरवरी। केशकाल विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने जनता से रूबरू होने के लिए घर चलो यात्रा का शुभारंभ किया था। केशकाल विधानसभा के तीनों विकासखण्ड केशकाल, बड़ेराजपुर और फरसगांव में तीन चरणों में यहां यात्रा पूरा किया गया। जिसके अंतर्गत विधायक संतराम नेताम ने गांव के प्रत्येक घर में जाकर घरवालों का हालचाल जाना। साथ ही उनकी समस्याएं भी सुनी। वहीं गांव वाले भी विधायक को अपने बीच पाकर काफी खुश हुए। इसी के साथ 20 दिनों तक विधायक एक गांव के प्रत्येक घर के लोगों से मिले व गांव वालों के साथ खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल हुए और रात्रि शासकीय स्कूलों में बीताए।
प्रथम चरण 30 जनवरी से 5 फरवरी तक बड़ेराजपुर विकासखंड, दूसरा चरण 7 फ रवरी से 13 फरवरी तक फरसगांव विकासखंड व तीसरा चरण 15 से 20 फरवरी तक केशकाल विकासखंड में रहा।
विधायक ने स्वयं अपने हाथ में रजिस्टर और पेन लेकर पैदल ही पूरे गांव का भ्रमण किया। इस दौरान विधायक ने गांव के प्रत्येक घर में जा कर लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना साथ ही उनकी समस्याएं भी सुनी तथा गंभीर व मूलभूत समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों निर्देशित भी किया। 20 दिनों तक लोगों के बीच रह कर अंतिम दिन ग्राम चेरबेड़ा के ग्रामीणों के साथ बताया।
सरकार की योजनाओं को गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा हमारा लक्ष्य
विधायक ने बताया कि, हमने घर चलो यात्रा का शुभारंभ किया हैं, इस यात्रा को लेकर हमारा मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों तक पहुंचना व गांव वालों से मिलकर गांव की समस्याओं व मूलभूत आवश्यकताओं से अवगत होकर उन सभी समस्याओं का निराकरण करना हैं। विधायक ने कहा कि, हमारी घर चलो यात्रा केशकाल विधानसभा के तीनों ब्लॉक में कुल 3 चरणों मे पूरी होगी जिसके तहत बडेराजपुर ब्लॉक के ग्राम छिंदली से यात्रा के प्रथम चरण की शुरुआत की गई हैं। केशकाल विकासखंड के चेरबेड़ा में यात्रा अंतिम किया गया। जहां मैंने प्रत्येक घर में जाकर लोगों से मुलाकात किया तथा यदि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की समस्या है तो उन समस्याओं का निराकरण भी किया गया।
विधायक नेताम ने बताया कि, लोगों का कहना था कि विधायक चुनाव के बाद गांव की ओर लौट के नहीं देखते इस मिथ्या को तोडऩा चाहता हूं जिसके लिए मैं घर चलो यात्रा का शुभारंभ किया। साथ ही मैं जनप्रतिनिधियों को संदेश देना चाहता हुं कि चुनाव जीतना ही काफी नहीं हैं जनता तक रूबरू होना और प्रत्येक ग्रामीणों से मिलना यह महत्वपूर्ण हैं। जिससे हम लोगों की हर एक समस्याओं को अच्छी तरह समझ सकते हैं और जिसके लिए हमें चुना गया। यह संदेश में लोगों तक पहुंचाने के लिए यह यात्रा प्रारंभ किया हूं और निरंतर जारी रहेगा।