रायपुर
एकता पैनल के लिए वोट मांगते समर्थक
भसीन का पर्चा निरस्त होने की आशंका, आरोप-प्रत्यारोप भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 फरवरी। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के चुनाव में एक नया मोड़ आ गया है। जय व्यापार पैनल के महामंत्री प्रत्याशी अजय भसीन के नामांकन निरस्त होने की आशंका को देखते हुए पैनल ने अजय अग्रवाल को डमी प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कराने का फैसला लिया है।
जय व्यापार पैनल के चुनाव संचालक अमर गिदवानी ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि भसीन ही महामंत्री प्रत्याशी हैं। फिर भी डमी महामंत्री प्रत्याशी के रूप में अजय अग्रवाल से नामांकन दाखिल कराया जा रहा है। यदि नामांकन पत्र में किसी तरह की अड़चन नहीं हुई, तो भसीन ही महामंत्री प्रत्याशी रहेंगे।
नामांकन पत्र की जांच का काम 24 तारीख को होगा। नियमों में यह साफ है कि अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष पद का प्रत्याशी रायपुर का स्थाई निवासी होना चाहिए। इसके साथ ही उसका व्यवसाय क्षेत्र भी रायपुर ही होना चाहिए। जबकि भसीन भिलाई के रहने वाले हैं, और उनका व्यवसाय क्षेत्र भी भिलाई है। जय व्यापार पैनल ने अजय अग्रवाल को विकल्प के तौर पर नामांकन भरवाया है। अजय अग्रवाल, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल के नजदीकी रिश्तेदार हैं।
दूसरी तरफ, एकता पैनल के लोगों ने आरोप लगाया है कि भिलाई के वोटरों को साधने के लिए भसीन का इस्तेमाल किया गया है। जबकि व्यापार पैनल ने एकता पैनल के आरोपों को खारिज किया है, और कहा है कि वे जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। भिलाई में तकरीबन दो से ढाई हजार चेंबर सदस्य है जो इस चुनाव में मतदान करते है। इससे परे दोनों ही पैनल जाति समीकरण बिठाने के लिए एड़ीचोटी का जोर लगा रहे हैं।
चेम्बर में सिंधी समाज के वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है, और जय व्यापार पैनल के अध्यक्ष प्रत्याशी अमर पारवानी को इसका फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। जबकि एकता पैनल के रणनीतिकार श्रीचंद सुंदरानी, सिंधी समाज के वोटरों को अध्यक्ष प्रत्याशी योगेश अग्रवाल के पाले में करने के लिए भरसक कोशिश कर रहे हैं। एकता पैनल से महामंत्री प्रत्याशी राजेश वासवानी हैं, और इससे भी फायदा मिलने की उम्मीद है। दूसरी तरफ, जय व्यापार पैनल के रणनीतिकार गैर सिंधी वोटरों की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। महामंत्री प्रत्याशी अजय अग्रवाल की संभावित उम्मीदवारी को गैर सिंधी वोटरों को अपने पाले में करने की कोशिशों के रूप में देखा जा रहा है। बहरहाल, आने वाले दिनों में घमासान और तेज होने के आसार हैं।