सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 22 फरवरी। गत 11 जनवरी से लापता नाबालिग को पुलिस ने दिल्ली गुडग़ांव की झुग्गी झोपड़ी से बरामद किया और आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है। नाबालिग को चाइल्डलाइन अंबिकापुर के सुपुर्द किया गया है।
पुलिस के अनुसार उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम की 16 वर्षीय नाबालिग जो कि अपने घर से प्रोजेक्ट बनाने के नाम पर 11 जनवरी को घर से निकली थी, शाम तक घर वापस नहीं लौटी। परिजनों द्वारा पता तलाश किया जा रहा था, पता नहीं चलने पर 17 फरवरी 2021 को उदयपुर थाना में नाबालिग की माता द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जिस पर पुलिस द्वारा धारा 363 का अपराध कायम कर मामले को विवेचना में लिया गया। इसी दौरान पुलिस ने नाबालिग के गांव से घटना दिनांक को ही घर से निकले संदेही इमामन (19 वर्ष) का घर पर नहीं होने से संदेह के आधार पर उक्त युवक का कॉल डिटेल निकाला गया। जिस पर संदेही का लोकेशन बिहार पता चलने पर पुलिस की टीम बिहार जाने की तैयारी कर रही थी। इसी दौरान संदेही युवक ने अपना ठिकाना बदल कर दिल्ली गुडग़ांव चला गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक टी आर कोशिमा, एएसपी ओम चंदेल, एसडीओपी चंचल तिवारी के नेतृत्व में थाना प्रभारी अलरिक लकड़ा द्वारा 17 फरवरी को नाबालिग की बरामदगी के लिए दिल्ली गुडग़ांव के लिए एक टीम रवाना की गई। जहां पुलिस की टीम ने झुग्गी झोपड़ी से नाबालिग को बरामद किया तथा संदेही को हिरासत में लेकर वापस 21 फरवरी को सरगुजा लौटे।
पूछताछ करने पर संदेही युवक ने अपना जुर्म स्वीकार किया। नाबालिग एवं उसके परिजनों के बयान के आधार पर संदेही युवक के विरुद्ध कई धाराओं तथा अपहृत नाबालिग आदिवासी समुदाय की होने से एससी-एसटी एक्ट की धाराएं जोड़ी जाकर नगर पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र साय पैकरा के द्वारा आरोपी युवक इमामन 19 वर्ष को 22 फरवरी को गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश के न्यायालय में पेश किया गया, जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है । दिल्ली गुडग़ांव गई टीम में सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र प्रताप सिंह आरक्षक सतीश चौहान महिला आरक्षक अमरावती शामिल रहे ।