सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 23 फरवरी। मासिक स्वच्छता प्रबंधन पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन उदयपुर विकासखण्ड के हायर सेकेंडरी स्कूल डाँडग़ांव में किया गया। उक्त संगोष्ठी सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना डाँडग़ांव के माध्यम से सम्पन्न हुई।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में सरगुजा साइंस ग्रुप एज्युकेशन सोसायटी के संस्थापक अंचल ओझा ने मासिक स्वच्छता प्रबन्धन विषय पर स्कूल की शिक्षिकाओं एवं छात्राओं से चर्चा करते हुए कहा कि माहवारी पर हम क्यों चर्चा कर रहे हैं और इसकी जरूरत क्यों है, माहवारी कोई आज तो शुरू नहीं हुई, यह तो मानव जीवन के शुरुआती समय से है, महिलाओं में होने वाली एक नियमित प्रक्रिया है, लेकिन आज के इस समय में इस पर चारों ओर चर्चा क्यों है?
इस दौरान उन्होंने विभिन्न पम्पलेट के माध्यम से समझाया कि माहवारी के दौरान स्वच्छता की आवश्यकता क्यों महसूस की जा रही है, लगातार सैनेटरी पैड के उपयोग के लिए क्यों प्रोत्साहित किया जा रहा है, अथवा साफ कपड़े क्यों उपयोग किये जाने चाहिए। मासिक के दौरान स्वच्छता में लापरवाही से क्या-क्या बीमारियां और संक्रमण हो सकते हैं, इस पर चर्चा कर, माहवारी के प्रति समाज में बैठे कुरूतियों एवं भ्रांतियों को दूर करने छात्राओं को ही आगे आना होगा और शिक्षिकाएं इसमें अपना अहम रोल अदा कर सकती हैं, इस पर चर्चा हुई।
शिक्षिकाओं ने भी विभिन्न विषयों पर छात्राओं का मार्गदर्शन किया, और माहवारी के दौरान होने वाली समस्या के निदान हेतु खुद से इलाज न कर चिकित्सकों का नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर परामर्श लेने का सुझाव दिया, साथ ही उस दौरान एवं लड़कियों के लिए आवश्यक पोषण की जरूरतों पर अपने विचार रखे।
हाई स्कूल फुलचुही के व्यख्याता विपिन गहवई ने फुलचुही में एक वर्ष से चल रहे सैनेटरी पैड वितरण, मासिक स्वच्छता प्रबंधन पर किये जा रहे कार्य एवं महिलाओं व छात्राओं में आयी परिवर्तन की जानकारी दी। राष्ट्रीय सेवा योजना के संघटक आर.के.यादव ने कहा कि स्वच्छता एनएसएस के मुख्य कार्यों में से एक है और स्व-स्वच्छता की बात पर आज हम चर्चा कर रहे हैं। यह विचार, यह परिवर्तन, यह आंदोलन केवल एक स्कूल या संस्था तक ही नहीं हम सब के माध्यम से प्रत्येक लोगों तक पहुंचे कम से कम उदयपुर ब्लॉक में तो माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर हम खुल कर चर्चा करें इस्की पहल आज राष्ट्रीय सेवा योजना डाँडग़ांव के माध्यम से हुई है, जिसे हम अपनी टीम के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचाएंगे और सवास्थ्य अमले की भी सहयोग लेंगे।
इस दौरान कई छात्राओं ने भी अपने विचार रखें एवं माहवारी के दौरान उनके घरों में एवं मुहल्ले में क्या कैसे माना जाता है कैसी प्रचलन है इसकी जानकारी दी। इस दौरान श्रीमती किरण मिश्रा, सुशीला तिवारी, मधु लोधी, संगीता केरकेट्टा, नीलम बड़ा, नीलू मिश्रा, आर.के. मरार, टी.एल. देवांगन, डी.एस. वरकड़े, ठाकुर सिंह, आर.बी. यादव, कपिल सिंह, एम.एल.राजवाड़े, राज सोनी, धुर्व शर्मा सहित काफी संख्या में एनएसएस के स्वयं सेवक एवं छात्रायें उपस्थित थे।