दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 फरवरी। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय में हिन्दी विभाग द्वारा विश्व मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह ने की। विशेष अतिथि के रूप में बंगला भाषा के कवि समरेन्द्र विश्वास तथा मलयालम भाषा के कथाकार चन्द्रशेखरन पिल्लई उपस्थित थे।
कार्यक्रम का आरंभ सरस्वती वंदना से हुआ विभाग के अध्यापकों द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वागत उद्बोधन के पश्चात डॉ. अभिनेष सुराना ने विश्व मातृ भाषा दिवस मनाये जाने के इतिहास की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. जय प्रकाश साव ने इस आयोजन के महत्व को विस्तार से बताया। इसके पश्चात अतिथि रचनाकार चन्द्रशेखरन ने मलयालम में अपनी मार्मिक कहानी आसमान मेरा हमसफर का तथा बंगला भाषा के कवि समरेन्द्र विश्वास ने वर्णमाला एक स्कूली बालक का शीर्षक कविता का पाठ किया।
महाविद्यालय के प्राध्यापकों में डॉ. प्रज्ञा कुलकर्णी (मराठी), डॉ. मर्सी जार्ज (मलयाली), डॉ. ज्योति धारकर (मराठी), डॉ. जगजीत कौर (पंजाबी), डॉ. शंकर निषाद (भोजपुरी), प्रो. जनैन्द्र दीवान (संस्कृत) तथा विद्यार्थियों में जितेन्द्र कुमार (छत्तीसगढ़ी), आरती कुशवाहा (भोजपुरी), प्रवीण प्रधान (हिन्दी), संतोषी प्रधान (उड़ीया), देवराज एवं कु. सोनम ने हिन्दी में काव्य पाठ किया। कार्यक्रम में डॉ. बलजीत कौर, डॉ. थानसिंह वर्मा, डॉ. एस.एन. झा, डॉ. मीना मान, डॉ. मीता चक्रवर्ती के अलावा बड़ी संख्या में छात्र/छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम अमित मिश्रा को स्वस्ति वाचन के साथ समाप्त हुआ।