महासमुन्द
चार साल से रुपए पालिका के अकाउंट में
4.50 करोड़ की लागत से बनने वाले हाईटेक बस स्टैंड की योजना अब ठंडे बस्ते में
छत्तीसगढ़ संवाददाता
महासमुन्द, 26 फरवरी। विगत 4 सालों से नगर पालिका को महासमुन्द में 4 एकड़ सरकारी जमीन नहीं मिल रही है। इसके चलते 4.50 करोड़ की लागत से बनने वाले हाईटेक बस स्टैंड की योजना अब ठंडे बस्ते में चली गई है।
आमजनों के साथ बस ऑपरेटर्स भी हाईटेक बस स्टैंड नहीं होने से कई परेशानियों से जूझ रहे हैं। ज्ञात हो कि चार साल पहले वर्ष 2017 में नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से महासमुन्द जिला मुख्यालय में हाईटेक बस स्टैंड निर्माण के लिए स्वीकृति दी थी। इसके लिए 4.50 करोड़ रुपए की राशि नगर पालिका को दे दी गई थी। राशि जारी होने से पहले महासमुन्द शहर के लिए एकदम नई 4 बसें महासमुन्द भेजी गई थीं। हफ्ते दिन चलने के बाद उन बसों का क्या हुआ किसी को नहीं मालूम। जिस दिन शहर को इन बसों को सौंपा गया, जनप्रतिनिधियों ने इसे अपनी अपनी उपलब्धि बताते हुए बसों में सफर करते फोटो खिंचाये थे। पैसा मिल जाने के बावजूद इसके नगर पालिका इसका निर्माण नहीं करा पा रही है। इसके पीछे का कारण जमीन नहीं मिलना बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका ने पूर्व में बागबाहरा रोड में संजय कानन के पास जमीन का चिह्नांकन किया था। लेकिन उक्त जमीन बड़े झाड़ का जंगल था। इसलिए यहां पर बस स्टैंड बनाने की योजना फेल हो गई। मामले में पालिका का पक्ष और विपक्ष आमने सामने हैं।
इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर का कहना है कि बस स्टैंड निर्माण के लिए पालिका व प्रशासन के द्वारा जगह की तलाश की जा रही है, लेकिन जगह नहीं मिल रही है। पालिका की नेता प्रतिपक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग का कहना है कि पिछले साल प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और पालिका में भी उनकी ही सरकार थी। बावजूद इसके ये लोग आमजनों को सुविधा नहीं दे पाए। बस स्टैंड के लिए जगह नहीं मिलना एक बहाना है।
मालूम हो कि शासन द्वारा हाईटेक बस स्टैंड निर्माण के लिए स्वीकृत राशि 4.50 करोड़ रुपए अब भी पालिका के खाते में जमा है। इस पैसे का ब्याज भी पालिका के मद में आता है। इस ओर अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया।
अधिकारियों का कहना है कि हाईटेक बस स्टैंड निर्माण के लिए साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च होने हैं। इसके लिए पालिका को यह राशि नगरीय प्रशासन विभाग से चार साल पहले ही मिल चुकी है। हाईटेक बस स्टैंड में यात्री प्रतीक्षालय सहित पंखा, वेटिंग रूम, वाटर कूलर, शौचालय आदि की सुविधा होनी थी। बस स्टैंड में इंटरनेट की सुविधा देने का प्लान था जिसके तहत बस स्टैंड क्षेत्र को वाई-फाई जोन के रूप में तैयार किया जाना था। पुराने बस स्टैंड में वाहनों के आवाजाही के लिए अनाउंसमेंट नहीं होता है, जिसकी वजह से बाहर से आए यात्रियों को अन्य रूटों में जाने के लिए बसों के चक्कर लगाना पड़ता है। हाईटेक नये बस स्टैंड में अनाउंसमेंट के साथ नम्बरिंग की सुविधा मिलनी थी ताकि यात्रियों को बसों के बारे में जानकारी मिलती रहे।