गरियाबंद

खर्चीली शादी से बचने के लिए सामूहिक विवाह को महत्व देना जरूरी-ताम्रध्वज
28-Feb-2021 4:37 PM
खर्चीली शादी से बचने के लिए सामूहिक विवाह को महत्व देना जरूरी-ताम्रध्वज

राजीवलोचन मंदिर प्रांगण में 28 जोड़े विवाह बंधन में बंधे

सीएम ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से आशीर्वाद दिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी।
भगवान श्रीराजीव लोचन मंदिर परिसर में राजिम माघी पुन्नी मेला के अवसर पर पहले दिन ही मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह सह-जनजागरूता कार्यक्रम के अंतर्गत 28 जोड़े का विवाह सम्पन्न हुआ। मंत्रोचार के साथ सात फेरे लिए गए तथा सात वचन के साथ एक-दूसरे का हाथ थामे।

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित प्रदेश के गृह एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने वर-वधु को बधाई देते हुए आशीर्वाद प्रदान करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि आज लोग शादी समारोह में मेहनत की कमाई की मोटी रकम खर्च कर देते हैं जबकि उससे जीवकोपार्जन के लिए छोटे-मोटे व्यवसाय किया जा सकता  है। खर्चीली शादी से बचने के लिए सामूहिक विवाह को महत्व देना जरूरी है। आज दिखावा ज्यादा हो गया है उससे बचें। यह पवित्र स्थल है जहां वर-वधु विवाह बंधन में बंधे हैं। आप जहां भी रहे परिवार समाज एवं देश की तरक्की के लिए काम करें। 

इस मौके पर वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जोड़े को विवाह बंधन में बंधने के लिए शुभकामनाएॅ दी तथा कहा कि पिछले वर्ष सामूहिक सरकार द्वारा 15 हजार रूपये दिया जाता था। हमने उसे 25 हजार कर दिया है। सात वचन जिन्दगी भर साथ निभाने के लिए लेते हैं। मैं प्रत्येक वर से एक वचन और लेना चाहता हूं। वह स्वास्थ्य से है आपको ध्यान रखना की आपनी पत्नी बच्चे के अलावा पूरे परिवार का स्वास्थ्य फिट रहे इसके लिए आपको विशेष ध्यान देना है। सुपोषण से पूरा परिवार के साथ ही आने वाली पीढ़ी स्वास्थ्य रहेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में राजिम माघी पून्नी मेला एवं कर्णेश्वर मेला आज से शुरू हुआ है और आज ही पूरे राज्य से 3500 जोड़े विवाह बंधन में बंधे है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रथम पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा विधायक अमितेष शुक्ल प्रत्येक जोड़ा के पास पहुंचकर नवदाम्पत्य जीवन की मंगलकामना को लेकर शुभाशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा की भगवान राजीवलोचन के प्रांगण में शादी समारोह का आयोजन अपने आप में महत्व लिये हुए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दूरगामी सोच एवं शादी के खर्चे को कम करने के लिए मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना प्रदेश सरकार की जागरूकता को सिद्ध करती है। उन्होंने आगे कहा की पूरा विधानसभा क्षेत्र मेरा परिवार है, परिवार का मैं सदस्य हूॅ। शादी समारोह में बाराती और घराती दोनो बनने का जो अवसर मिला है वह मेरे लिए सौभग्य की बात है। नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि विवाह के बाद एक नई जीवन की शुरूआत होती है। मधुरता बनी रहे इसके लिए छोटे-छोटे बातों में भूलकर भी लड़ाई-झगड़े की स्थिति निर्मित नहीं होनी चाहिए। एक-दूसरे को समझकर आनंद पूर्वक जीवन निर्वाह करें। जनपद पंचायत फिंगेश्वर के अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू ने कहा कि नवयुगल नवजीवन की शुरूआत माघ-पुर्णिमा से कर रहे हैं। कन्यादान से बड़ा पूण्य और कोई नहीं है। माता-पिता कन्यादान कर रहें है। यह सबसे बड़ा दान है। 

समाज धीरे-धीरे बदल रहा है फिजूलखर्ची से लोग उब गए है उससे बचने के लिए लोग सामूहिक विवाह योजना महती भूमिका का निर्वाहन करती है। जिला कार्यक्रम अधिकारी जगरानी एक्का ने बताया कि सभी 28 जोड़े जिले के फिंगेश्वर, छुरा, मैनपुर, गरियाबंद, विकासखण्ड से है। इस मौके पर जिला कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंद्रकात वर्मा द्वारा भी वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया गया। उपस्थित थे।

इस अवसर पर सभापति मधुबाला रात्रे, जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू, जिला काग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भावसिंह साहू, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू, विकास तिवारी, सुनील तिवारी, मनीष दूबे, रामकुमार साहू, साधु निषाद, रामनारायण साहू, कुलेश्वर साहू सहित परियोजना अधिकारी ममता जोशी, चंदूलाल साहू, चंद्रहास साहू, पर्यवेक्षक रामेश्वरी वर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पंचायत इंस्पेक्टर नूतन साहू ने किया। आभार प्रकट जिलापंचायत के सी.ई.ओ. चंद्रकांत वर्मा ने किया।
 

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