गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला 2021 के मुख्य मंच पर छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोक गायकों और कलाकारों द्वारा राज्य के पारंपरिक कला एवं सांस्कृतिक और छत्तीसगढ़ वासियों के मन में रचे-बसे रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी।
कार्यक्रम के पहले दिन सुप्रसिद्ध नन्ही कलाकार आरू साहू ने प्रस्तुति दी। जिसमें हमर गांव के चिरई मन... के गायन से वे अपने निवास का वर्णन किया। इसी के साथ सांईं पर आधारित गीत की प्रस्तुति देकर सांस्कृतिक मंच सांई तेरे नाम की दीवानी हो गई इस गीत को सुनकर सारे दर्शक सांईं भक्त हो गए। उसके बाद माता कर्मा को समर्पित गीत मोर कर्मा मईया हो, छैया भुइयां गा के मोर मन हा झूम जाते, सुआ गीत की प्रस्तुति दी। अंतिम प्रस्तुति बटकी में बासी और चुटकी मा नून मैं गांवत हो ददरिया ते कान दे के सुन गीत को सुनकर दर्शक भी झूम उठे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरी कड़ी में छत्तीसगढ़ के विख्यात कलाकार अभिनेत्री उर्वशी साहू उनके साथियों के द्वारा राजकीय गीत अरपा पैरी के धार के साथ शुरूआत की। पश्चात गणेश वंदना जय हो गौरी जय हो गौरी पुत्र गणराज, छत्तीसगढ़ के राजा गीत और प्रेम के गीत ददरिया की प्रस्तुत दी।
अगली प्रस्तुति बारहमांसी गीत का गायन किया। जिसमें छत्तीसगढ़ में होने वाले समस्त त्योहारों का आनंद लिया। जिसे देख दर्शक भाव विभोर हो गए। इसी के साथ देशभक्ति गीत वंदे मातरम और अंत में कचरा बोदरा की प्रस्तुति दी गई। जिसमें उर्वशी साहू और उपासना वैष्णव के डायलॉग को सुनकर दर्शक हँस हँस कर लोटपोट हो गए। कार्यक्रम के अंत में जनप्रतिनिधियों के द्वारा कलाकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के संचालन निरंजन साहू और मनोज सेन के द्वारा किया गया।