बीजापुर
महाराष्ट्र से भोपालपटनम लौटने के दौरान हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 फरवरी। महाराष्ट्र से शादी कार्यक्रम से वापस अपने घर लौट रहे दो ग्रामीणों की इंद्रावती नदी में डूबने से मौत हो गई। तहसीलदार ने मौके पर पहुंच परिजनों से मुलाकात और उन्हें फौरी राहत के तहत अंत्येष्टि के 5-5 हजार रुपये दिए।
छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती गांव मट्टीमरका से महाराष्ट्र के देशीलपेटा में शादी कार्यक्रम में शामिल होने कामडी गोपाल (53) और मुलकर गणपत 42) गए हुए थे। जहां से शनिवार को इन्दावती नदी को पार कर दोनों अपने घर आ रहे थे। मृतकों में एक तैराक थे, जो अपने डूबते साथी को बचाने की जद्दोजहद में खुद की जान गंवा बैठे। करीब 800 मीटर चौड़े इंद्रावती नदी को पार करते दोनो नदी की गहराई में डूब गए, जहां दोनो की मौत हो गई। दोनो मृतकों को शादी जाकर लौट रहे लोगों ने डूबते देखा और बचाने नाव करीब लेकर पहुंचे। गहरी नदी से दोनों को बाहर निकाला गया, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
इधर घटना की खबर लगते ही भोपालपटनम तहसीलदार ने मट्टीमरका जाकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और दोनों मृतकों के परिजनों को बतौर फौरी राहत 5-5 हजार रुपये अंत्येष्टि के लिए दिये। दोनो मृतकों को शासन द्वारा दी जाने वाले आर्थिक मुआवजा राशि का प्रकरण तैयार किया जा रहा है।
भोपालपटनम ब्लॉक के मेडिकल अफसर अजय रामटेके ने बताया कि इंद्रावती नदी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई। दोनो के शवों का आज पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें पानी मे डूबकर मरने की पुष्टि हुई है।