कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 28 फरवरी। कोण्डागांव के शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 27 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया था। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस रमन प्रभाव की खोज के कारण मनाया जाता है। इस खोज की घोषणा भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन (सर सी वी रमन ने 28 फऱवरी सन् 1928 को की थी।
महाविद्यालय के प्राध्यापक शशिभूषण कनौजे ने बताया कि प्रतिवर्ष 28 फरवरी को डॉ. सीवी रमन की उपलब्धि के अवसर पर विज्ञान दिवस का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष 28 फरवरी रविवार को होने के कारण 27 फरवरी शनिवार को विज्ञान दिवस का आयोजन कोण्डागांव के कॉलेज में किया गया था। इस अवसर पर कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी कॉलेज परिसर में आयोजित हुआ। वहीं विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया था।
इस बारे में महाविद्यालय के अध्यापकों ने बताया, विज्ञान दिवस पर विज्ञान पहेली के तहत निबंध, चित्रकला, मेहंदी, रंगोली व अन्य तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में बस्तर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शैलेंद्र सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि, कोण्डागांव महाविद्यालय का यह प्रयास बेहद सराहनीय है। इस तरह के कार्यक्रम से कोण्डागांव एवं बस्तर के प्रतिभावान छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी। विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि, विज्ञान के बिना कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने भारत की स्पेस एजेंसी इसरो की विकास यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि, बैलगाड़ी से ले जाकर सैटेलाइट लॉन्च करने वाला देश आज सबसे विकसित देश अमेरिका के सैटेलाइट लॉन्च कर रहा है।
कार्यक्रम में प्रथम वक्ता के रूप में यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सास साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर, अमेरिका से डॉ. शशि देबनाथ ने कैंसर को प्रारंभिक स्टेज में पहचान करने व उसके इलाज को मॉनिटर करने की नई तकनीक के बारे में विस्तार से बताया। द्वितीय वक्ता के रूप में हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ जेरूसलम, इजरायल से डॉ. सोमनाथ कोले ने नैनो टेक्नोलॉजी और क्वांटम डॉट्स पर व्याख्यान दिया। वहीं कार्यक्रम के प्रतियोगिताओं में जिनमें चित्रकला, रंगोली, मेहंदी, निबंध, नारा लेखन और क्विज प्रतियोगिता के साथ ही ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।