राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 मार्च। तीन कृषि कानूनों की वापसी व न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शनिवार को जिला कार्यालय के सामने राष्ट्रीय किसान मजदूर एकता दिवस मनाया गया। जिला किसान संघ राजनांदगांव, सीटू, छमुमो एवं साथी संगठनों के कार्यकर्ता आयोजन में शामिल हुए।
आयोजन के दौरान तीन कानून की वापसी एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी की मांग के साथ मजदूर हितैषी 40 कानूनों को बहाल करने एवं 4 लेबर कोड वापस लेने की मांग भी उठाई गई। सभा में दिल्ली आंदोलन से लौटे साथियों ने अपने अनुभव बंाटे एवं सभा में उनका स्वागत भी किया गया। सभा में प्रतिनिधियों के उद्बोधन के साथ संघर्ष गीत भी प्रस्तुत किए गए।
वक्तओं ने अन्याय के खिलाफ संघर्ष में किसान मजदूर एकजुटता को अनिवार्य बताया। सभा में आंदोलन को तेज कर पंजाब, हरियाणा जैसे बनाने का संकल्प दोहराया गया। इसके लिए पहले ब्लॉक स्तर पर किसान पंचायत आयोजित करने एवं तत्पश्चात प्रदेश स्तरीय किसान महापंचायत आयोजित करने का फैसला किया गया।
सभा को सुदेश टीकम, गजेन्द्र झा, भीमराव बांगड़े, लक्ष्मण मंडावी, रामाधार साहू, अनिल आचला, गोविंद बालको, शामरतन साहू, रमाकांत आदि ने संबोधित किया।
कांकेर एवं नारायणपुर जिले के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल हुए।