बस्तर
आत्मसमर्पित मृत महिला नक्सली के परिजनों से की बात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर,1 मार्च। दंतेवाड़ा जिला के कटेकल्याण ब्लॉक गुड़से ग्राम पंचायत की आत्मसमर्पित महिला नक्सली पांडे कवासी की विगत दिनों पुलिस लाइन स्थित अफसर मैस में हुई मौत पर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे व बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के द्वारा बनी जांच कमेटी आज कटेकल्याण ब्लॉक के गुड़से ग्राम पंचायत पहुंचकर मृतका के परिजनों व ग्रामीणों से बातचीत कर घटनाक्रम के विवरण को जानने की कोशिश की।
बातचीत के दौरान मृतका के परिजनों ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी बेटी पांडे कवासी का किसी भी नक्सलियों के संगठन से कोई लेना-देना नहीं था। घटना दिनांक को वह ग्राम पंचायत के अन्य मोहल्ले में परिवारिक कार्यक्रम में शिरकत करने गई थी। इस दौरान पुलिस विभाग के कुछ जवानों के द्वारा उसको नक्सली होने के संदेह के आधार पर बिना पुष्टि के गिरफ्तार कर दंतेवाड़ा मुख्यालय कारली स्थित पुलिस कार्यालय में पूछताछ हेतु ले जाया गया। इस दौरान परिजनों की हुई मुलाकात में पांडे कवासी ने परिजनों को खुद के साथ हुए मारपीट व प्रताडऩा का जिक्र किया, तत्पश्चात परिजनों द्वारा पांडे कवासी को छुड़वाने की कोशिश के दौरान अचानक परिजनों को यह बताया गया कि पांडे कवासी ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली है।
इस पूरे घटनाक्रम पर मृतका के परिजन एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा पुलिस विभाग द्वारा मृत्यु के कारण को एक सिरे से खारिज करते हुए संपूर्ण घटना को उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग राज्य सरकार से की है ।
मृतका को दफनाने से पूर्व सामाजिक क्रिया के दौरान शरीर में गंभीर व आंतरिक चोट व निशान की पुष्टि परिजनों एवं ग्रामीण महिलाओं के द्वारा की गई है, जिसे आधार बनाकर ग्राम पंचायत के ग्रामीण द्वारा पुलिस विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए पांडे कवासी की मौत आत्महत्या से नहीं होना मानते हुए हत्या किए जाने की बात कही गई व निष्पक्ष न्याय की मांग रखी गई।
जिसे सुनकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे व मुक्ति मोर्चा के जांच दल ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा कि सम्पूर्ण घटना मानवता को शर्मसार कर देने जैसे घटना है जिसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी ही कम है। परिजनों के कथन अनुसार सम्पूर्ण घटनाक्रम प्रथम दृष्टया में संदेहास्पद नजर आता है। जांच के सभी तथ्यों को बिन्दुवार पार्टी हाईकमान व मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों के समक्ष रख पीडि़त परिवारों को न्याय दिलाने हेतु आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
इस दौरान जनता कांग्रेस जे के जांच कमेटी अध्यक्ष प्रदेश महासचिव नवनीत चांद सदस्य पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जमुना संकनी, दंतेवाड़ा विधानसभा पूर्व प्रत्याशी सुजीत कर्मा, बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा जिला संयोजक भरत कश्यप, बीजापुर जिला संयोजक बालकृष्ण बजाज, बीजापुर जिला सहसंयोजक दीपक मरकाम एवं अन्य साथियों व पत्रकार उपस्थित थे ।