महासमुन्द

बजट को भाजपा ने निराशाजनक तो कांग्रेस ने विकास वाला बताया
02-Mar-2021 5:05 PM
बजट को भाजपा ने निराशाजनक तो कांग्रेस ने विकास वाला बताया

बुकलेट से ही पता चलेगा कि जिले में कितने विकास कार्य होने हैं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 2 मार्च।
महासमुन्द जिले में तैयार होने वाले मेडिकल कॉलेज भवन के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान बजट में किया गया है। इसके साथ ही चिरको में कॉलेज भवन निर्माण के लिए भी राशि का प्रावधान बजट में किया गया है। 
इसी तरह जिले में नवीन बालक और बालिका छात्रावास का निर्माण भी किया जाएगा। इन तीन सौगात को छोडक़र जिलेवासियों को राज्य के बजट में निराशा ही हाथ लगी है। महासमुन्द जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र में ऐसा कोई बड़ा काम या विकास कार्य स्वीकृत नहीं किया गया है जिसके चलते आमजनों में निराशा हुई है। हालांकि भाजपाई इसे निराशा जनक कह रहे हैं लेकिन कांग्रेसी इस बजट को उत्साह जनक बता रहे हैं। 

कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर ने कहा कि बजट राज्य के किसानों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की समृद्धि, गावों की आर्थिक प्रगति, शिक्षा में गुणवत्ता एवं प्रगति के नये आयाम, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़े वर्गों के कल्याण, महिलाओं एवं बच्चों के सर्वागीण विकास, युवाओं को रोजगार एवं प्रशासन की भावना के साथ प्रदेश के लोगों को समर्पित है।

विधायक रूपकुमारी चौधरी ने प्रदेश सरकार के बजट को एक आत्ममुग्ध सरकार के झूठ का पुलिंदा बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अप ने पिछले दो.ढाई साल के कार्यकाल और विशेषकर कोरोना काल व लॉकडाउन में हर मोर्चे पर केवल झूठ परोसने और भ्रम फैलाकर हर काम का श्रेय लूटने और अपने नाकारापन का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोडक़र प्रलाप करने का काम किया है।

महासमुन्द विधायक और संसदीय सचिव विनोद सेवन लाल चंद्राकर ने बजट को छत्तीसगढ़ प्रदेश के विकास में नए आयाम गढऩे वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट राज्य के सर्वहारा वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिए है। महासमुन्द के चिरको शासकीय महाविद्यालय के लिए नवीन भवन का निर्माण होगा। इसके लिए बजट में प्रावधान किया गया है। इसी तरह महासमुन्द मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। पूर्व विधायक

डा. विमल चोपड़ा कहते हैं कि केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि के भरोसे बजट तैयार किया गया है। केंद्र की योजनाओं को नाम बदलकर बजट में शामिल किया गया है। कांग्रेस सरकार ने जो वादे किए थे, उसे पूरा करने के लिए कोई प्रावधान बजट में नहीं किया गया है। महासमुन्द विधानसभा के लिए घोर निराशा है। सिंचाई, वर्ष 2021.22 के कल प्रस्तुत बजट पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट बहुत ही निराशा जनक रहा। 

राज्य के किसानों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए नाकाफी साबित हुआ है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पेश किया गया तीसरे बजट में ऐसा कुछ भी नया नहीं है। पूर्व की भांति छत्तीसगढ़ की जनता को छला गया है। पालिका अध्यक्ष ने कहा कि पिछली बार शिक्षा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं को लेकर बजट पेश किया गया था लेकिन उसे आज तक अमल में नहीं लाया जा सका। उन्होंने कहा कि बजट में मेडिकल कॉलेज का जिक्र किया गया है लेकिन मेडिकल कॉलेज केन्द्र सरकार की देन है और उसके लिए केन्द्र सरकार ने पहले ही राशि दे दी है।

सहायक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ईश्वर चंद्राकर का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार का बजट काफी बेहतर है। मेडिकल कॉलेज खुलने से महासमुन्द की दशा व दिशा में बदलाव आएगा। लेकिन सहायक शिक्षक संघ इस बजट से नाखुश है। उन्हें उम्मीद थी कि बजट में उन्हें कुछ मिलेगा, लेकिन उनकी मांगों को बजट में नहीं रखा गया। आरएलसी के डायरेक्टर चिकित्सक मंजीत चंद्रसेन का कहना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार ने बेहतर बजट तैयार किया है। वनांचल के लोगों को इससे काफी राहत मिलेगी।

 वहीं महासमुन्द में चिकित्सा महाविद्यालय के लिए भवन निर्माण के लिए राशि दी है। चिकित्सा महाविद्यालय खुलने से जिलेवासियों सुविधा मिलेगी। अब 100 बिस्तर अस्पताल में सर्जन की कमी भी दूर हो जाएगी। छग प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष ओमनारायण शर्मा का कहना है कि बजट में तृतीय कर्मचारियों की मांगों को नहीं लिया है। इससे कर्मचारी निराश हैं। इस बजट में केवल पटवारियों का ही ध्यान रखा गया है। इसी तरह चेंबर ऑफ  कॉमर्स के जिलाध्यक्ष राकेश झाबक का कहना है कि भूपेश सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में व्यापारी वर्ग का ध्यान नहीं रखा गया है। कोरोना की मार झेल रहे व्यापारियों की स्थिति अभी तक सुधर नहीं पाई है। 

छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के प्रदेश संयोजक अरिश अनवर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को आर्थिक मानसिक रूप से कोरोना ने विचलित कर दिया था। उसके बावजूद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार भूपेश बघेल के मंत्रीमण्डल ने धैर्य और साहस का परिचय देते हुए मुकाबला किया और छत्तीसगढ़ के आर्थिक व्यवस्था को बिगडऩे नहीं दिया। उनके बजट में सभी वर्ग के लोगों के लिए उचित व्यवस्था की गई है। 

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