महासमुन्द
जिला चिकित्सालय में एक विशेष शिविर में 51 मरीजों का नि:शुल्क जांच उपचार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 मार्च। जिले में राष्ट्रीय बधिरता बचाव व नियंत्रण कार्यक्रम के तहत् बुधवार 3 मार्च को जिला चिकित्सालय में एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एन.के. मंडपे ने बहरेपन की समस्या के बारे में बताया कि 50 के उम्र आते तक बहुत से लोग बहरेपन की समस्या से ग्रसित हो रहे हंै।
बच्चों और युवाओं का एक बड़ा वर्ग सुनाई कम देने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। जो कि एक भयावह स्थिति है। राष्ट्रीय बधिरता बचाव व नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ.के. गजभिये ने बताया कि अधिक शोर से निरंतर मोबाईल एवं हेडफोन से गाना सुनने या बात करने से कान के पर्दे को नुकसान पहुंच रहा है। इससे कान में दर्द, खुजली एवं पानी बहने की की समस्या उत्पन्न हो रही है। जिससे कम उम्र में ही बहरेपन की समस्या सामने आ रहे हैं।
शिविर में कोविड.19 से बचाव के गाईड लाईन का पालन करते हुए 51 मरीजों का नि:शुल्क जांच उपचार एवं दवाई वितरण किया गया। साथ ही 15 मरीजों को विकलांगता प्रमाण पत्र प्रदान एवं नि:शुल्क श्रवण यंत्र के लिए चिन्हांकित किया गया। कान, नाक व गला रोग विशेषज्ञ डॉ. ओमकेश्वरी साहू ने 51 मरीजों की कान की जांच की। जिसमें कुछ मरीजों को श्रवण जांच के बाद दवाई दी गई।
शिविर में आडियोलॉजिस्ट अर्चना एवं आडियोमेट्री अस्टिेंट डोमार सिंह निषाद ने सभी मरीजों का मशीन से बधिरता का परीक्षण किया। टेकलाल नायक, देवकुमार डडसेना, राम गोपाल खुंटे, सुनील साहू का विशेष सहयोग रहा।