रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 मार्च। प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2020-21 में 4 फरवरी 2021 तक कुल 141 किसानों द्वारा अलग-अलग कारणों से आत्महत्या की गई। यह जानकारी कृषिमंत्री रविन्द्र चौबे ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य डमरूधर पुजारी ने जानना चाहा कि प्रदेश में इस वित्तीय वर्ष में 4 फरवरी 2021 तक कितने किसानों द्वारा आत्महत्या की गई? इन आत्महत्या के क्या कारण हैं? इसके लिए दोषी कौन था? क्या इन्हें कोई मुआवजा दिया गया है? पिछले व इस वित्तीय वर्ष में कुल कितने लोगों ने प्रदेश में आत्महत्या के लिए देश में छत्तीसगढ़ का कौन सा स्थान था?
इसके जवाब में कृषिमंत्री श्री चौबे ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में 4 फरवरी 2021 तक प्रदेश में कुल 141 किसानों द्वारा विभिन्न कारणों से आत्महत्या की गई। किसान धनीराम मरकाम, मारंगपुरी (विश्रामपुरी केशकाल) की आत्महत्या प्रकरण में अभिलेख दुरूस्ती एवं फसल गिरदावरी में त्रुटि मिलने पर पटवारी डोंगर नाग को दोषी पाए जाने पर निलंबित किया गया। इस अवधि में आत्महत्या करने वाले किसानों को देय मुआवजा राशि निरंक है।
उन्होंने इससे जुड़े सवाल के जवाब में यह भी बताया कि पिछले व इस वित्तीय वर्ष में कुल 13 हजार 575 लोगों ने प्रदेश में आत्महत्या की है। नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट 2019 के अनुसार आत्महत्या में छत्तीसगढ़ का देश में 9 वां स्थान है।