सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 6 मार्च। सुकमा जिले के दुब्बाटोटा में कलेक्टर विनीत नंदनवार ने आज औचक निरीक्षण किया, जिसमें कलेक्टर मत्स्य बीज केंद्र का निरीक्षण करने मोटरसाइकिल से पहुंचे।
कई वर्षों से मत्स्य बीज केंद्र को लेकर आ रही समस्या को लेकर ग्रामीणों से वार्ता कर समस्याएं जानी और जल्द इस समस्या को सुलझाने की अपील की। इसके साथ ही कलेक्टर विनीत नंदनवार ने गांव के बीच शिविर लगाकर ग्रामीणों से बात की और उनकी समस्याएं जानी। ग्रामीणों ने भी एक-एक कर गांव की प्रमुख समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया, इतना ही नहीं लिखित आवेदन देकर भी ग्रामीणों ने अपनी मांगें कलेक्टर के समक्ष रखी।
कलेक्टर विनीत नंदनवार ने कई समस्याओं का निदान मौके पर ही किया और कई समस्याओं को जल्द दूर करने का आश्वासन भी दिया। कलेक्टर ने ग्रामीणों से अपील की कि जिले में सबसे बड़ा मत्स्य बीज केंद्र दुब्बाटोटा है। इस केंद्र के चालू होने से ग्रामीणों का ही विकास होगा और दुब्बाटोटा जिले के सबसे बड़े मत्स्य केंद्र के तौर पर भी जाना जाएगा। इस दौरान जिला सीईओ नूतन कंवर,एसडीएम कोंटा नेताम ,जनपद सीईओ रूपेंद्र पटेल, उपसंचालक मत्स्य विभाग, बीआरसी महेंद्र बहादुर सिंह समेत प्रशासनिक अमला मौजूद रहा ।
शिविर में कलेक्टर को ग्रामीणों ने बताई समस्याएं
निरीक्षण के बाद दुब्बाटोटा गांव के बीच कलेक्टर समेत प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। इस दौरान कलेक्टर विनीत नंदनवार ने शिविर में ग्रामीणों की समस्याएं जानी। ग्रामीणों ने प्रमुख रूप से जल, शिक्षक, बैंक संबंधी समस्याएं रखी। इसके साथ ही बोर्डिंग पारा में आंगनबाड़ी की मांग, तालाब गहरीकरण की मांग, साथ ही पशु चिकित्सक की मांग भी कलेक्टर से ग्रामीणों ने की। कलेक्टर ने कई मांगों का निदान मौके पर किया और कई मांगों को जल्द ही पूरा करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया।
महुआ देख रुके कलेक्टर
सुकमा कलेक्टर विनीत नन्दनवार की बस्तरिया सादगी उस वक्त नजर आई, जब दुब्बाटोटा पंचायत के अंदरूनी इलाके में सालों से बन्द पड़े मत्स्य बीज केंद्र का निरीक्षण करने प्रशासनिक अमले के साथ विनीत नन्दनवार पहुंचे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर जब रास्ते से गुजर रहे थे तो सामने पड़े महुए को देख वहीं रुक गए और झुककर जमीन से कुछ महुओं को उठाकर देखने लगे और महुए को पीला सोना बताया।
ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कलेक्टर श्री नन्दनवार ने कहा कि ये महुआ इलाके के ग्रामीणों की रोजी रोटी का जरिया है, मगर ये पूरा जंगल आपका घर है। महुए के संग्रहण के लिए जंगल मत जला देना, इस बात का ध्यान रखते हुए महुए का संग्रहण करें। विरासत में पुर्वजो ने हमे ये जंगल दिया है जिसको सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है ।
सुकमा कलेक्टर विनीत नन्दनवार ने कहा कि ग्रामीणों की मांग थी कि मत्स्य केंद्र सालों से बंद रहा है, उसे चालू किया जाए। जिसके बाद हम मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस पर विस्तृत कार्ययोजना बनाने के बाद हम मत्स्य केंद्र को विकसित करने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही ग्रामीणों के साथ गांव के मूलभूत सुविधाओं पर सघन चर्चा हुई। जिस पर ग्रामीणों की कुछ समस्याएं भी सामने आई है, उसका निश्चित रूप से निराकरण किया जाएगा।