रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 मार्च। रविवि कर्मचारियों ने नियम विरूद्ध वाहन भत्ता वसूली पर रोक लगाने एवं वसूली गई राशि को वापस दिलाने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांग पूरी न होने पर वे सभी हड़ताल पर जाने मजबूर होंगे।
कर्मचारी नेता श्रवण ठाकुर एवं प्रदीप मिश्र का कहना है कि कर्मचारियों ने इसके पहले भी विश्वविद्यालय प्रशासन से नियम विरूद्ध वाहन भत्ता वसूली पर आपत्ति दर्ज कराई थी। वहीं आडिट आपत्ति का पत्र देने की मांग की थी। जानकारी नहीं देने पर कर्मचारी संघ ने इसकी शिकायत राज्यपाल एवं कुलाधिपति से करते हुए जांच की मांग की थी एवं उनसे आग्रह किया था कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन वाहन भत्ता वसूली के सही प्रमाणित कर देगा, तो कर्मचारी संघ अध्यक्ष-सचिव अपने पद से इस्तीफा देने तैयार हैं।
उनका कहना है कि महालेखाकार कार्यालय ने आपत्ति पत्र में विवि से वाहन भत्ता देने का कारण पूछा है, ताकि आगे की कार्रवाई पूरी हो सके। वसूली का निर्देश कहीं नहीं है, लेकिन विश्वविद्यालय में विवि अधिनियम, समन्वय समिति, शासन एवं कार्यपरिषद की संज्ञान में लाए बिना हर महीने वाहन भत्ता वसूली जारी है।
उन्होंने मांग की है कि कर्मचारियों से वसूले गए 25 से 30 हजार वाहन भत्ता को जल्द वापस दिलाया जाए। इसके अलावा उनकी 11 सूत्रीय मांगों पर भी विचार किया जाए। मांग पूरी न होने पर वे सभी सडक़ पर उतरने मजबूर होंगे।