कोरिया
छत्तीसगढ़ संवाददाता,
मनेन्द्रगढ़, 7 मार्च। मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की बहुप्रतीक्षित मांग एक बार फिर से जोर पकडऩे लगी है। रविवार को जिले को लेकर पूर्व नपाध्यक्ष रामानुज अग्रवाल की अगुवाई में मैराथन बैठक संपन्न हुई। बैठक में आगामी 23 मार्च शहीदी दिवस से स्थानीय भगत सिंह तिराहे में जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किए जाने का निर्णय लिया गया।
मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने को लेकर पूर्व नपाध्यक्ष रामानुज अग्रवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक पत्र भी प्रेषित किया। पत्र में कहा गया कि मनेंद्रगढ़ एवं आसपास के अंचल के नागरिकों द्वारा वर्ष 1983-84 में एक वृहद क्रमिक आमरण अनशन किया गया था जो कि 84 दिनों तक चला था। क्रमिक भूख हड़ताल, कफ्र्यू, जेल भरो आंदोलन, 11 दिनों का महाबंद, 11 माह तक आमरण अनशन, स्वस्र्फूत ऐतिहासिक आंदोलन का देश गवाह है। बावजूद इसके मनेन्द्रगढ़ को जिले के रूप में उसका वाजिब हक आज तक नहीं मिल सका है। यहां के नागरिक आज भी उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला पुनर्गठन आयोग के गठन से लेकर अभी तक जितने भी जिले के संबंध में निर्णय लिए गए हैं उससे प्रतीत होता है कि मनेंद्रगढ़ भारतवर्ष का हिस्सा नहीं है। पूर्व नपाध्यक्ष अग्रवाल ने इस धारणा से मुक्त होने एवं मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने हेतु उचित कार्रवाई किए जाने अंतिम निवेदन पत्र मुख्यमंत्री को प्रेषित किया।