राजनांदगांव
साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक संपन्न
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मार्च। कलेक्टर टीके वर्मा ने मंगलवार को साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर समय-सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रकरण जो दो वर्ष से लंबित हैं, उसे गंभीरता से लेते निराकरण करें। उन्होंने राज्य स्तर के आवेदन, जनदर्शन में प्राप्त आवेदन, सीमांकन, लोक सेवा गारंटी में लंबित प्रकरण, समय-सीमा के लंबित प्रकरणों को समय-सीमा में निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसका प्रमुख कारण प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते लापरवाही बरतना है। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने सभी को अनिवार्य रूप से प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। नगर निगम के 51 वार्डों में जिला अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी सुबह तथा शाम के समय मॉनिटरिंग करें। मास्क और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। आवश्यकता पडऩे पर पुलिस की मदद जरूर लें।
जिला मुख्यालय के साथ-साथ जनपद स्तर पर भी प्रभावी रूप से कार्रवाई करें। कलेक्टर ने कहा कि वैक्सीनेशन का कार्य लगातार किया जा रहा है। सभी बिना डरे अधिक से अधिक वैक्सीनेशन लगाएं इसके लिए लोगों को जागरूक करें।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि आयुष्मान भारत एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत सभी पात्र हितग्राहियों का नि:शुल्क आयुष्मान ई-कार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर शिविर लगाकर आयुष्मान ई-कार्ड भी बनाया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए लोगों को लगातार जागरूक करें। यह पूर्ण रूप से सुरक्षित है। उन्होंने प्रतिदिन लक्ष्य के अनुरूप वैक्सीनेशन करने के निर्देश बीएमओ को दिए। स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा अग्रिम पंक्ति में कार्य करने वाले व्यक्तियों को वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लगाया जा रहा है। सभी वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन अवश्य लगाएं।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव एन. गुरूनाथन, वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ संजय यादव, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।