जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा, 10 मार्च। नगर के हृदय स्थल बुधवारी बाजार में 7 वर्षों के अंतराल के बाद अखण्ड नवधा रामायण का आयोजन नगरवासियों के सहयोग से किया जा रहा है।
नवधा रामायण समिति बुधवारी बाजार बलौदा द्वारा आयोजित नवधा रामायण में आज के प्रसंग राम भरत मिलाप में नगर के सबसे वयोवृद्ध 97 वर्षीय कार्तिक राम सोनी ने उपस्थित मानस स्रोताओं को अपने टीका उद्बोधन में उन्होंने बताया कि आप लोगो के द्वारा मुझे भगवान श्री रामकी कथा के लिए मेरी इस ढलती उम्र में भी सुनने के बुलाया मेरे लिये यह बड़े ही गर्व का विषय है।भगवान रामजी माता सीता जी,भगवान श्री लक्ष्मण के साथ ,पिता श्री राजा दशरथ की आज्ञा से 14 वर्ष के वनवास को निकले। भरत जी अपने ननिहाल से वापस लौटे तब उन्हें पता चला कि भैया राम वन को चले गए है।भरत जी को पता चला कि भगवान श्री राम चन्द्र जी चित्रकूट के मंदाकनी नदी किनारे रुके है तो बिना पल गवाएं माता कौशिल्या, माता सुमित्रा,और माता कैकई के साथ श्री राम जी को मनाने पहुंचे। कथा में बताया कि कौशिल्या जी ज्ञान शक्ति है,सुमित्रा जी उपासना शक्ति है,और माता कैकई प्रिया शक्ति है और राजा दशरथ वेद के ही स्वरूप है।
मनुष्य को प्रभु की भक्ति में अपना समय लगाना चाहिए। नवधा रामायण पूरे प्रदेश में हर गांव में हो रहा है। नगर में कुछ समय बाद हो रहे इस आयोजन की भव्यता बरकरार रखना एवं बेहतर ढंग से संपादित करना सराहनीय कार्य है। ऐसे आयोजनों से क्षेत्र में धार्मिक वातावरण निर्मित होता है।
इस अवसर पर विभिन्न स्थानों से आमंत्रित मानस मंडलियों ने मानस गायन वादन किया। आचार्य पुरोहित पं.गिरीश नारायण पांडेय ने नवधा रामायण में पूजा-अर्चना एवं आरती प्रमुख यजमान दिलहरण कैवर्त सपत्नी के साथ की।
इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष अनिल देवांगन ,हितेश गौरहा,धनसिंह,सुरेन्द्र सोनी,मंच संचालन रामकृपाल साहू ने किया नवधा रामायण में सभी पदाधिकारी सहित नगरवासी जुटे हुए है।