गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 10 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिले के महिला जनप्रतिनिधि , महिलाअधिकारियों गृहणियों का एक सामूहिक अभिव्यक्ति जन-जागरूकता कार्यक्रम जिला पुलिस द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं के द्वारा अपने- अपने विचारों व जीवन में घटित घटनाओं को अभिव्यक्त किया। इस दौरान सभी महिलाओं का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस तारतम्य में गरियाबंद जिला के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल और गरियाबंद वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल के सानिध्यता में जिले के पांचों ब्लॉक गरियाबंद, छुरा, फिंगेश्वर, देवभोग, मैनपुर एवं नगरीय निकाय के अध्यक्ष सहित ग्राम पंचायतों के सरपंचों को आमंत्रित किया गया था,।
ज्ञात हो कि गरियाबंद जिले के सभी ब्लॉक के जनपद पंचायत अध्यक्ष महिला हैं और दो जनपद पंचायत के सीईओ छुरा रुचि शर्मा एवं गरियाबंद सीईओ शीतल बंसल महिला अधिकारी हैं और छुरा अनुविभाग के अनुविभागीय अधिकारी अंकिता सोम हैं।
इस कार्यक्रम का संचालन गरियाबंद एडिशनल एसपी संतोष महतो ने किया और कार्यक्रम की शुरुआत मयंक अग्रवाल डीएफओ गरियाबंद ने किया जिसमें उन्होंने कहा कि इस जैसे कार्यक्रम पहले गरियाबंद नही हुआ लेकिन गरियाबंद पुलिस द्वारा यह अनुकरणीय पहल किया गया जो सभी वर्ग के लिए बेहद ख़ास कार्यक्रम है। क्रम को आगे बढ़ाते हुए एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने अपनी बात रखी।
अभिव्यक्ति शब्द से ही आशय है अपनी बात को व्यक्त करना यह अभियान छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है जिससे महिलाओं के ऊपर अपराध पर लगाम दे सके।
गरियाबंद जनपद सीईओ शीतल बंशल ने भी अपने संघर्ष के बारे में वन विभाग के ऑक्सन हॉल में आए सभी महिलाओं और अधिकरियों के साथ अपना अनुभव साझा किया और अपनी स्मृतियों को एक अभिव्यक्ति देने का प्रयास किया।
इसी प्रकार एसडीम अंकिता सोम ने समाज में व्याप्त कुरूतियों के बारे बताया कि किस प्रकार महिलाओं को समाज के दंश झेलने पड़ते हैं। छुरा जनपद की सीईओ सुश्री रुचि शर्मा ने अपनी अभिव्यक्ति में महिला सशक्तीकरण के बारे में विस्तृत जानकारी एवं अपने अनुभवों को साझा किया।
नेहा सिंघल देवभोग जनपद की अध्यक्ष ने अपने जीवन की अनुभवों को साझा किया की कैसे वे नेवी अफसर से बनने की राह पर चली थी और आज कैसे राजनीति में वो आयी,
जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लक्ष्मी साहू ने बताया की कैसे उसने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में उतार चढ़ाव देखे एक अफसर की बेटी होने के बावजूद वो एक पॉलिटिशियन से विवाह हुआ जिसमें उसने सयुंक्त परिवार के साथ जीवन जीना सीखा।
लालिमा पारस ठाकुर अध्यक्ष जनपद पंचायत गरियाबंद ने बताया कि कभी उसने नही सोचा था की वो राजनीति में आएंगी लोग कहते है की एक सफल पुरुष के जिंदगी के पीछे एक महिला का हाथ होता है उसी प्रकार एक सफल महिला के पीछे भी एक पुरुष का साथ होता है जैसे पल पल में उनके पति उनके साथ रहते जिसमें उसने निर्विरोध सरपंच से जीतकर निर्विरोध जनपद पंचायत तक पहुँची।
पुष्पा साहू ने भी अपनी बात रखी उन्होंने अपने जिंदगी के उतार चढ़ाव और कैसे उसने उनके पिता ससुर एवं पति के सहयोग से राजनीति के सफर में कामयाब हुई उन्होंने पौराणिक कथाओं के माध्यम से भी अपनी अभिव्यक्ति को दर्शाने का प्रयास किया। रेखा सोनकर नगर अध्यक्ष राजिम एवं पूर्व पालिका अध्यक्ष गरियाबंद मिलेश्वरी साहू ने भी अपनी अभिव्यक्ति रखी।
गरियाबंद जिला पुलिस अधीक्षक की माँ श्रीमती लीलाबाई पटेल ने विश्व महिला दिवस की शुभकामनाएं देने माइक थामा और उन्होंने सभी जिले सुपुत्र भोजराम पटेल के बारे कहा की बहुत मेहनत करके उसका बेटा इस मुकाम को हासिल किया है और वो चाहती है की गरियाबंद जिला के सभी नागरिक उसे आशीर्वाद दे और अगर उनसे कोई गलती हो जाती है तो उसे अपना ही बेटा-भाई मानकर माफ कर दे।
अंतिम उदबोधन में पुलिस कप्तान भोजराम पटेल ने कहा की समाज में तभी परिवर्तन आएगा जब समाज के लोगों के सोच में परिवर्तन आएगा जब हमारी सोच में च्मैंज् की च्च्हमज्ज् प्रयोग करना शुरू करेंगे और उन्होंने विश्व महिला दिवस के मौके पर माँ दुर्गा के नौ नामों को नमन करते हुए उन्होंने च्च्अहिल्या, तारा, कुंती, द्रौपदी, मंदोदरी पंच कन्या सति कन्या नमस्कारंज्ज् जो की उसके शिक्षक द्वारा बताया गए पौराणिक कथाओं की शक्तिशाली महिलाओ के शक्ति के बारे में बताया था, उन्होंने सभी महिलाओं से अपील किया की वे अपने बच्चों में ऐसे सँस्कार का सृजन करे जो आने वाले भविष्य में सुनहरा इतिहास लिखे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर, सन्तोष महतो, गरियाबंद कोतवाली निरीक्षक श्रीमती वेदवती दरियो की सराहनीय भूमिका रही।