राजनांदगांव
बेहतर इलाज नहीं करने के आरोप में परिजनों ने की हाथापाई
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 11 मार्च। राजनंादगांव मेडिकल सह जिला अस्पताल में बीती रात एक जूनियर डॉक्टर के साथ मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। एक अधेड व्यक्ति के इलाज में कोताही बरतने के आरोप में शहर के एक परिवार के लोगों ने हंगामा करते हुए डॉक्टर के साथ हाथापाई की। वहीं उपद्रव मचाने के दौरान अस्पताल में तोडफ़ोड भी किया गया है।
बताया जा रहा है कि आईसीसीयू में किडनी बीमारी से ग्रस्त एक 70 वर्षीय बुजुर्ग के मौत की घटना से गुस्साए परिजनों ने रात्रिकालीन ड्यूटीरत डॉ. विप्लव चंद्राकर के साथ रात करीब 10 बजे मारपीट की। परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही किए जाने के कारण बुजुर्ग की मौत हो गई। जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन दोषी है। मिली जानकारी के मुताबिक शहर के किसी यादव परिवार के लोगों द्वारा अस्पताल में रात को शोरशराबा करते हुए चिकित्सक के साथ मारपीट की गई है। डॉ. विप्लव चंद्राकर जूनियर चिकित्सक (जूडो) हैं। डॉक्टर की पिटाई किए जाने की सूचना के बाद सिविल सर्जन डॉ. यूएस चंद्रवंशी रात को अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
'छत्तीसगढ़' से चर्चा में सिविल सर्जन ने कहा कि बुजुर्ग उम्रदराज थे और वह लंबे समय से किडनी बीमारी से ग्रसित थे। उनका लगातार डायलिसिस भी होता रहा है। इधर मारपीट की खबर के बाद जूनियर डॉक्टरों ने पुलिस से शिकायत की है। बताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टरों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर हड़ताल में जाने की चेतावनी दी है। परिजनों द्वारा तोडफ़ोड किए जाने के मामले में सिविल सर्जन ने भी अतिरिक्त शिकायत पुलिस से की है। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि उपद्रव करने वालों में कुछ लोग नशे में थे। नशे में धुत होकर रात को हंगामा खड़ा किया गया।