गरियाबंद
21 मार्च तक नहीं हटाने पर भूख हड़ताल की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 13 मार्च। ग्राम पंचायत हरदी के रोजगार सहायक शंकर लाल ध्रुव को हटाने की मांग को लेकर ग्राम पंचायत हरदी के ग्रामीण लामबंद हो गए है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर 21 मार्च तक रोजगार सहायक को हटाने का अल्टीमेटम दिया है, 21 मार्च तक नही हटाए जाने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल की चेतावनी दी है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत हरदी में पदस्थ रोजगार सहायक शंकर लाल ध्रुव को हटाने को लेकर ग्रामीण लगातार मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा रोजगार सहायक के विरूद्ध मनरेगा में फर्जी मस्टरोल तैयार कर अपने परिजनों को लाभ दिलाने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत की गई थी। जनपद पंचायत गरियाबंद द्वारा की गई जांच में शिकायत सही पाई गई।
जांच में खुलासा हुआ कि रोजगार सहायक द्वारा अपने पुत्र हरीश बंजारे, गीतेश्वर बंजारे और पुत्रवधु श्रीमति कुंतीबाई बंजारे सहित गांव के कुछ अन्य लोगों के नाम से फर्जी मस्टरोल तैयार कर मनरेगा की राशि का बंदरबाट किया गया। इसके बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीणों ने बताया कि जांच में रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा के अलग-अलग कार्यों में फर्जी मस्टरोल बनाकर अपने परिजनों के नाम से लगभग 13114 रूपए की राशि निकाल ली गई। इसके अलावा कई ग्रामीणों के फर्जी नाम जोडक़र भी रोजगार सहायक ने सरकारी राशि का बंदररबाट किया है। 15 जुलाई 2020 में जनपद पंचायत की टीम ने इसकी जांच कर पुष्टि की परंतु दोषी पाए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।
जिला पंचायत सीईओ से भी जनपद पंचायत ने पत्राचार किया परंतु रोजगार सहायक के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा कि जिला प्रशासन को आज अंतिम चेतावनी दी गई है, यदि इसके बाद भी रोजगार सहायक को नहीं हटाया गया तो पूरे ग्रामीण 21 मार्च से उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल करेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से ग्राम प्रमुख शेषनारायण गजभिए, ग्राम पटेल शंकरलाल पटेल, ग्राम समिति अध्यक्ष बुधराम साहू, उपसरपंच ग्वाल यादव, पंच संतोष कुमार, डायमंड साहू, निरंजन ठाकुर, भगवती यादव, पुष्पा सेन, केशरी ठाकुर, हीराबाई साहू, पुर्णिमा मारकण्डेय, ग्या बाई ध्रुव, हेमलता ध्रुव, रूपसिंग ठाकुर, अवधराम साहू, लेखराम साहू, ढेलऊ राम साहू, केशव यादव, पुरानिक साहू, बिसेलाल साहू सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि रोजगार सहायक बीते 5-6 वर्षों से पंचायत में पदस्थ है, उसके विरूद्ध कई बार शिकायत की गई परंतु गोकुल ग्राम योजना में जिला पंचायत में पदस्थ एक अधिकारी के साथ भ्रष्ट्राचार में उनकी संलिप्ता के चलते उक्त अधिकारी का रोजगार सहायक को संरक्षण प्राप्त है। शिकायत के बाद भी उसे हटाया नहीं जा रहा है।