सूरजपुर
बिश्रामपुर, 13 मार्च। स्थानीय कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल में धर्म शिक्षा देने के नाम पर हो रहे विरोध को लेकर आज विद्यालय के प्राचार्य ने स्पष्ट करते हुए कहा कि जो विरोध हो रहा है वह पूर्णत: ग़लत है। विद्यालय में नैतिक शिक्षा व धर्म शिक्षा दी जाती है। कक्षा 6 में 23 विद्यार्थियों को जो ईसाई समुदाय के हैं, उन्हें अलग से धर्मशिक्षा दी जा रही है, वहीं 197 छात्रों को नैतिक शिक्षा दी जा रही है।
कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल की प्राचार्य सिस्टर मालिन ने पत्रकारों को बताया कि कई दिनों से हमारे शिक्षण संस्थान को लेकर दुष्प्रचार प्रचार किया जा रहा है जो पूर्णत: तथ्यहीन है, विद्यालय में जिस प्रकार हिंदी, संस्कृत होता है, संस्कृत ऑप्शनल होता है उसी प्रकार यहाँ धर्म शिक्षा है। कक्षा 6वीं का प्रश्न पत्र है जिसमें एक प्रश्नपत्र का जि़क्र किया गया है, वहीं दूसरी प्रश्नपत्र का जि़क्र नहीं किया जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमें विद्यालय में बच्चों को शिक्षा देना है ना कि धर्म प्रचार करना है। अगर हम धर्म प्रचार करेंगे तो विद्यालय नहीं चल सकता।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान प्रचार मौलिन सहित सिस्टर थेरसा,सिस्टर जया ग्रेसे, सिस्टर मरीस स्टेला भी उपस्थित थी।