कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 16 मार्च। विकासखंड के मैदानी क्षेत्र के प्रमुख ग्राम कुसुम घटा में 14 मार्च से पांच कुंडीय रूद्र महायज्ञ एवं संत समागम राम कथा का शुभारंभ हो गया है ।जिसमें देश के प्रतिष्ठित संतों और विद्वानों का आगमन हो रहा है। 14 मार्च से 24 मार्च तक चलने वाले पंच कुंडीय रुद्र महायज्ञ संत समागम राम कथा में प्रथम दिन कलश यात्रा पंचांग पूजा मंडप प्रवेश से यज्ञ का प्रारंभ किया गया है, पूर्णाहुति 25 मार्च को किया जाएगा। यज्ञ के आचार्य मेघानन्द शास्त्री ने बताया कि यज्ञ कार्यक्रम में बाहर से आए विद्वानों द्वारा राम कथा का वाचन किया जाएगा रामकथा के वाचन में 16 से 19 मार्च तक के नीलम गायत्री जी उत्तर प्रदेश से , योगेंद्र अचार्य जी महाराज चित्रकूट धाम से, निग्रह चार्य महाराज 23 एवं 24 मार्च को आकर यज्ञ में राम कथा का वाचन करेंगे श्री शास्त्री ने बताया कि ग्राम आचार्य पंडित शशि दुबे,किशोर
दुबे ,सनत दुबे ,दिलीप दुबे, पुरुषोत्तम दुबे होंगे ।ज्योतिष एवं शारदा पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज तथा स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ज्योतिर मठ बद्री का आश्रम की कृपा से आयोजित इस रूद्र महायज्ञ प्रतिदिन हरि कथा का वाचन हो रहा है।
गांव में लगा मेला
पंच कुंडीय रुद्र महायज्ञ संत कथा संत समागम एवं राम कथा के आयोजन से ग्राम कुसुम घटाने मेला सा माहौल है हाई स्कूल ग्राउंड में आयोजित किए जा रहे यज्ञ समारोह के पास लगे स्टेडियम में पूरा मेला लग गया है यज्ञ के दूसरे दिन से ही यहां लोगों का आना-जाना बराबर बना हुआ है मेले में सभी प्रकार के दुकानों के अलावा मनोरंजन के लिए झूले झूले भी लगाए जा रहे हैं।
रात में रामलीला व भजन
कुसुम घटा में आयोजित रुद्र महायज्ञ संत समागम एवं राम कथा में प्रतिदिन यज्ञ स्थल के पास रात्रि में स्थानीय गांव वालों के द्वारा भजन का कार्यक्रम किया जा रहा है एवं यज्ञ परिसर में ही रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। जिसे देखने काफी संख्या में यज्ञ प्रेमी पहुंच रहे हैं इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए यह आयोजन समिति के छवि वर्मा शिव वर्मा प्रमोद चंद्रवंशी अश्वनी वर्मा उपसरपंच ने बताया कि यज्ञ आयोजन की बड़ी कार्य योजना के अनुसार कार्य किया जा रहा है यज्ञ के आयोजन में आसपास के 50 से अधिक गांव के लोग हजारों की संख्या में पहुंचकर राम कथा वाचन का श्रवण कर अपने को पुनीत महसूस कर रहे हैं एव यज्ञ आयोजन समिति को धन्यवाद दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रभु रामचंद्र जी की कृपा से ग्राम कुसुम घटा में आज से 10 वर्ष पहले भी पंच कुंडी रुद्र महायज्ञ का सफल आयोजन किया गया था।