सुकमा
उद्योग मंत्री ने किया मुख्यमंत्री सुपोषण केंद्र का शुभारंभ'
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 17 मार्च। उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने आज दोरनापाल और कोंटा में सुपोषण केंद्र का शुभारंभ किया। उन्होंने सुपोषण केंद्र का अवलोकन किया और केंद्र में भर्ती महिलाओं और बच्चों से मुलाकात की।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बस्तर संभाग के कुछ जिलों में मलेरिया और कुपोषण के प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर संभाग से मलेरिया और कुपोषण को दूर करने का जिम्मा लिया है। जिसके लिए सुकमा सहित अन्य जिलों में सुपोषण केंद्र का संचालन किया जा रहा है। अब जिले की महिला और बच्चे कुपोषण को मात देने लगे हंै। शासन और प्रशासन के जरिए कुपोषित बच्चों और एनीमिक महिलाओं को स्वस्थ और पौष्टिक आहार, अंडे, मूंगफली चिक्की, रेडी टू ईट प्रदाय किया जा रहा है, जिसका परिणाम है कि सुकमा में कुपोषण की दर में 12 फीसदी की कमी आई है।
कोंटा और दोरनापाल में 184.00 लाख की लागत से 50 बिस्तर के सुपोषण केंद्र बनाए गए हैं, जिनके संचालन से सुकमा जिले के अंदरूनी क्षेत्रों के बच्चों को भी कुपोषण जैसी गंभीर बीमारी से उबारने के लिए महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग काम कर रही है।
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि प्रदेश में सुपोषण को बढ़ावा देने और कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सुपोषण अभियान की शुरुआत की गई है। जिसके अन्तर्गत संचालित सुपोषण केंद्रों के माध्यम से कुपोषित बच्चों एवम् एनीमिक महिलाओं का चिन्हांकन कर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के साथ ही गरम और पौष्टिक भोजन प्रदान किया जा रहा है, जिसके सफल परिणाम दिखने लगे है।
कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के सुदूर अंचलों में कुपोषण को कम करने में सहायता मिली है। उन्होंने सुपोषण केंद्र के बच्चों को चिक्की वितरण करते हुए कहा कि स्वस्थ और सुपोषित बच्चों से ही देश का भविष्य उज्जवल है, इसलिए बच्चों को शुरुआत से ही पौष्टिक आहार देना आवश्यक है। उन्होंने इस अवसर पर सुपोषण रथ को हरी झंडी भी दिखाई।
इस अवसर पर सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्रीमती माहेश्वरी बघेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर विनीत नंदनवार, अधिकारी-कर्मचारी और नगरवासी उपस्थित थे।