दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 18 मार्च। बैलाडीला लौह अयस्क खदान क्षेत्र आकाशनगर के कांठमांडू रहवासी क्षेत्र के लोगों को बचेली नगर के वार्ड क्रं. 7 अंतर्गत क्षेत्र में विस्थापित किया जा रहा है। जिसके लिए मकान निर्माण हेतु गुरूवार को दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा के द्वारा भूमिपूजन का कार्य किया गया। इस दौरान पालिकाध्यक्ष पूजा साव, उपाध्यक्ष उस्मान खान, छग राज्य वन औषधि पादप बोर्ड छबिन्द्र कर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा की उपस्थिति में हुआ।
वार्ड 7 अंतर्गत पुराना मार्केट टेलिंग डैम के नीचे जहां वर्तमान में ट्रकों लिए ट्रांसपोर्ट नगर बनाया गया है, उसी स्थान पर मकान निर्माण होगा। लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी सुबोध भगत ने बताया कि एनएमडीसी के सीएसआर मद से काठमांडू के झुग्गी झोपड़ी के रहवासियों के लिए पक्के मकान निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा सवा एकड़ क्षेत्र में किया जायेगा। जिसकी लागत 349.23 लाख रूपये है।
भूमिपूजन के दौरान एसडीएम प्रकाश भारद्वाज, एनएमडीसी सीएसआर प्रमुख सुनील उपाध्याय, मुख्य नगर पालिका अधिकारी आईएल पटेल, पालिका उपअभियंता प्रवीण साहु, पीडब्ल्यूडी इंजीनियर आरएल मंडावी, पार्षद रीना दुर्गा, बीना साहु, दमयंती साहु, मनोज साहा, अप्पु कुंजाम, सलीम रजा उस्मानी, संतोष दुबे, बीटीओए अध्यक्ष मनोज सिंह, सचिव संजीव साव, फिरोज नवाब, जीएस कुमार, नरेन्द्र सोनी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि कलेक्टर दीपक सोनी एवं विधायक देवती कर्मा के प्रयासों के बाद कांठमांडू के रहवासियों द्वारा वर्षो की जा रही मांग पूरी होने जा रही है। जिसके लिए गत शनिवार को एसडीएम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए नगर पालिका, लोनिवि, बीटीओए के प्रतिनिधि और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ सर्वसम्मति से स्थल चयन व सीमांकन किया गया। जिसका गुरूवार को भूमिपूजन कार्य किया गया।
गौरतलब है कि एनएमडीसी बैलाडीला लौह अयस्क के निक्षेप क्रं. 5 के आकाशनगर इलाके में कांठमंाडू नाम एक स्थान है जो नगर पालिका वार्ड क्र.ं 18 के अंतर्गत आता है। एनएमडीसी के कर्मचारी पूर्व में आकाशनगर क्षेत्र में रहा करते थे, उसी से सटे इलाके कांठमांडू में भी लोग निवासरत थे। खनन प्रक्रिया के चलते आकाशनगर टाउनशिप को नीचे बचेली नगर में विस्थापित कर दिया गया था। लेकिन कांठमांडू इलाके के लोग वर्तमान तक उसी स्थान पर रहे, कई वर्षों से उनके विस्थापन की मंाग की जाती रही थी, जो अब पूरी हुई है। बताया जाता है कि भूमि नही मिलने के कारण इनके विस्थापन में देरी होती रही।
एनएमडीसी व जिला प्रशासन दोनो ही काठमंाडू के लोगो को बसाने के लिए प्रयासरत थे, जो अब इनकी मंाग पूरी हो जायेगी। कंाठमांडू क्षेत्र में लोगो को बसाने का श्रेय तत्कालीन ठेकेदार एवं वर्तमान पार्षद सीताराम आचार्य को जाता है।