राजनांदगांव

डोंगरगढ़-कटघोरा रेल लाइन की रफ्तार के प्रति प्रदेश सरकार उदासीन-सांसद
25-Mar-2021 12:23 PM
डोंगरगढ़-कटघोरा रेल लाइन की रफ्तार के प्रति प्रदेश सरकार उदासीन-सांसद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 मार्च।
सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में तारांकित प्रश्न के माध्यम से डोंगरगढ़-कटघोरा नई रेल लाइन निर्माण में हो रहे विलंब का मुद्दा उठाया। सांसद ने दूरभाष पर बताया कि डोंगरगढ़-कटघोरा रेल लाइन अपने आप में पहली परियोजना है। जिसमें रेल मंत्रालय व छत्तीसगढ़ सरकार की संयुक्त उधम कंपनी छत्तीसगढ़ रेलवे कार्पोरेशन लिमिटेड की सहभागिता से पूर्ण किया जाएगा। 

रेलवे मंत्रालय द्वारा भूमि अधिग्रहण देयताओं, दावों आदि का निपटारा कर कार्य आबंटित करने की घोषणा का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, परन्तु जबसे छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार आई है, तब से यह परियोजना एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी है। छत्तीसगढ़ रेलवे कार्पोरेशन लिमिटेड की उदासीनता के कारण कार्य में विलंब हो रहा है। 

सांसद पांडेय ने बताया कि रेलवे मंत्रालय के पिंक बुक की रिकॉर्ड के अनुसार राशि जारी कर रेल मंत्रालय के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर द्वारा परियोजना की मंजूरी पत्र छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्य सचिव को प्रेषित की जा चुकी है, किन्तु छत्तीसगढ़ सरकार रेलवे मंत्रालय द्वारा चाही गयी जानकारी में जानबुझ कर विलंब कर परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल रही है व भू अर्जन के मुआवजा प्रकरण को जानबूझ कर उलझाया जा रहा है। 

रकबा अधिग्रहण में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है। भू-अर्जन जैसा महत्वपूर्ण विषय प्रदेश सरकार को दिया गया है जानबूझ कर मामले को पेचीदा कर प्रभावित किसानों व नागरिकों में आक्रोश की स्थिति पैदा करने के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। 

ज्ञात है कि उक्त रेल लाइन खैरागढ़, छुईखदन, गंडई, कवर्धा से होते हुए गुजरेगी जहां आजादी के बाद से ही रेल लाइन की कमी महसूस की जा रही है। 2018 में परियोजना की मंजूरी प्राप्त होने से क्षेत्र में उत्साह की लहर थी, किन्तु निर्माण में शिथिलता से रेल लाइन के मध्य आने वाले ग्रामों के नागरिक व्यथित हैं। सांसद ने कहा कि परियोजना में देरी से लागत में वृद्धि हो रही है अंतत: इसका खामियाजा आम नागरिकों को ही भुगतना पड़ेगा। ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार को चाहिए कि अविलंब सभी रेल परियोजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा करने हेतु केंद्र के साथ सामंजस बनाकर चले। सांसद द्वारा उठाए गए लोकहित के मुद्दे के लिए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा, पूर्व जनपद अध्यक्ष खम्मन ताम्रकर, टिलेश्वर साहू, चंद्रिका डड़सेना, घासी साहू, अनिल पांडेय, मोंटी भाटिया, मंडल अध्यक्ष प्रेमनारायण चंद्राकर, अनिल अग्रवाल, नुनकरण साहू, संजय अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया है।

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