राजनांदगांव
निर्माण कार्यों का आयुक्त ने किया निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 मार्च। नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने शुक्रवार को पेंड्री में निर्माणाधीन 101 ब्लॉक का निरीक्षण कर कार्य प्रगति की जानकारी लेते धीमी गति से कार्य करने एवं गुणवत्ता की कमी पर ठेकेदार को फटकार लगाया। उन्होंने उच्च कोटी के निर्माण सामग्री का उपयोग करने निर्देशित किया। उन्होंने तकनीकी अधिकारियों से कहा कि कार्य की सतत् मॉनिटरिंग कर कार्य समय-सीमा में पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। इस दौरान सहायक अभियंता कामना सिंह यादव व संदीप तिवारी, उप अभियंता दिलीप मरकाम व ठेकेदार उपस्थित थे।
आयुक्त चतुर्वेदी ने मोर जमीन मोर मकान के तहत आशानगर में निर्मित आवासों एवं मोर मकान मोर चिन्हारी के तहत पेंड्री, रेवाडीह, लखोली में नगर निगम द्वारा निर्मित एवं निर्माणाधीन मकान का निरीक्षण किया और कार्य में गति लाकर निर्माण गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। सर्वप्रथम आयुक्त चतुर्वेदी ने आशानगर में बने आवासों का निरीक्षण कर जानकारी ली।
कार्यपालन अभियंता एवं योजना के नोडल अधिकारी यूके रामटेके ने बताया कि आशा नगर में कुष्ट रोग से पीडि़त परिवार कच्चे मकान में निवास करते थे, 61 कच्चे आवासों में निवासरत हितग्राहियों के लिए निर्माण करवाकर पक्के मजबूत आवास आबंटित किया गया। कार्यपालन अभियंता रामटेके ने बताया कि योजना के तहत निकाय क्षेत्र में 2303 आवासों का निर्माण किया जा रहा है जिनमें पेंड्री में 870 यूनिट का निर्माण किया जा रहा है। आयुक्त चतुर्वेदी के कहा कि पूर्ण आवासों में शहर में झुग्गी बस्तीयों में अस्थाई रूप से निवासरत परिवारों को नियमानुसार व्यवस्थापन कर आबंटित करें।
मोहरा, लखोली, रेवाडीह में बने आवासों का निरीक्षण कर आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी द्वारा शेष कार्य एवं व्यवस्थापन के संबंध में जानकारी ली गयी। कार्यपालन अभियंता रामटेके ने बताया कि मोहारा 145, रेवाडीह में 150 व लखोली में 304 यूनिट निर्माण किया गया है, जहां पर मोती तालाब, बैला पसरा, सागरपारा, डबरी पारा, बजरंग नगर मोहारा में अस्थाई रूप से निवासरत परिवारों को नियमानुसार लाटरी के माध्यम से व्यवस्थापन करने की कार्रवाई की जा रही है। आयुक्त चतुर्वेदी ने कहा कि जिन परिवारों द्वारा आवास लेकर निवास नहीं किया जा रहा है, उन्हें नोटिस देकर शिफ्टिंग की कार्रवाई करें एवं अपालन पर आबंटन निरस्त करने की कार्रवाई करें।